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कैंसर की वैक्‍सीन बनाने के रूस के दावे में कितना दम? जानें कैसे काम करेगा टीका

Russia Cancer Vaccine: रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि उसने कैंसर का टीका विकसित कर लिया है. मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के महानिदेशक आंद्रेई काप्रिन ने एलान किया कि देश ने कैंसर के खिलाफ अपनी स्वयं की mRNA वैक्सीन विकसित कर ली है और इसे लोगों को मुफ्त में दिया जाएगा.

कैंसर की वैक्‍सीन बनाने के रूस के दावे में कितना दम? जानें कैसे काम करेगा टीका
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( Image Source:  @GlobeEyeNews, @TheAccountantCA )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 18 Dec 2024 1:36 PM IST

Russia Cancer Vaccine: दुनिया भर में कैंसर से हर साल बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है. अब रूस ने कैंसर की वैक्सीन बनाने का दावा किया है. रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि उसने कैंसर का टीका विकसित कर लिया है. यह वैक्सीन मरीजों को 2025 की शुरुआत से फ्री में लगाई जाएगी.

रूस की न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक, रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के महानिदेशक आंद्रेई काप्रिन ने एलान किया कि देश ने कैंसर के खिलाफ अपनी स्वयं की mRNA वैक्सीन विकसित कर ली है और इसे लोगों को मुफ्त में दिया जाएगा.

कैंसर मरीजों को मिलेगी राहत

रूस ने दावा किया है कि mRNA वैक्सीन लाखों कैंसर पीड़ितों की जान बचाने में मदद करेगी. इसे कई शोध संस्थानों के सहयोग से तैयार किया गया है. गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने निदेशक अलेक्जेंडर गिन्त्सबर्ग इस वैक्सीन के बारे में जानकारी दी. गिन्त्सबर्ग ने कहा, 'mRNA वैक्सीन के प्री-क्लीनिकल परीक्षणों में यह प्रभावी साबित हुई है.'

कैसे काम करेगी mRNA वैक्सीन?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस की mRNA वैक्सीन कैंसर सेल को पहचानने और उन्हें खत्म करेगी. अलेक्जेंडर गिन्त्सबर्ग ने बताया कि, 'यह वैक्सीन ट्यूमर सेल को मिलने वाले प्रोटीन या एंटीजन को टारगेट करेगी, जिससे बॉडी से ट्यूमर को खत्म किया जा सकेगा. साथ ही यह मेटास्टेसिस के खतरे को कम करने में सक्षम है.' यह कैंसर को शरीर के अन्य भागों में फैलने से रोकने में भी सक्षम होगी.

यह वैक्सीन किस कैंसर के इलाज के लिए है, फिलहाल इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. बता दें कि अभी इसका क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है, अगर यह पास होती है तो इसे इंटरनेशनल स्तर पर मान्यता मिल सकती है. इससे पहले राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि हम कैंसर वैक्सीन और इम्यूनोमॉडुलेटरी दवाओं को बनाने पर काम कर रहे हैं, जल्द ही इस काम को पूरा कर लिया जाएगा.

एआई की ली जाएगी मदद

अलेक्जेंडर गिन्ट्सबर्ग ने वैक्सीन के प्रोसेस पर बात की. गिन्ट्सबर्ग ने कहा है, एआई की मदद से पर्सनलाइज्ड कैंसर वैक्सीन की बनाने की प्रक्रिया को आसानी से पूरा किया जा सकता है. पहले इसमें समय ज्यादा लग सकता है, लेकिन आने वाले समय में यह काफी मददगार साबित होगी. उन्होंने बताया कि कैंसर वैक्सीन में गणित का मैथड प्रयोग में लाता जाता है, लेकिन यहां एआई और न्यूरल नेटवर्क कंप्यूटिंग की मदद से इस वैक्सीन को 30 मिनट से 60 मिनट में पूरा किया जा सकेगा.

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