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कितनी बार खून से रंगी जा चुकी है जाफर एक्सप्रेस? कौन थे चाचा मीर जाफ़र खान जमाली जिनके नाम पर रखा गया ट्रेन का नाम

पाकिस्तान के बलूचिस्‍तान प्रांत से मंगलवार को एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई. बलूच आतंकवादियों ने एक यात्री ट्रेन हाईजैक कर 500 यात्रियों को बंधक बना लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले में कई सैनिकों और आम नागरिकों की मौत हो चुकी है.

कितनी बार खून से रंगी जा चुकी है जाफर एक्सप्रेस? कौन थे चाचा मीर जाफ़र खान जमाली जिनके नाम पर रखा गया ट्रेन का नाम
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( Image Source:  meta ai )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 12 March 2025 2:30 PM IST

पाकिस्तान के बलूचिस्‍ताान प्रांत से मंगलवार को एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई. बलूच आतंकवादियों ने एक यात्री ट्रेन हाईजैक कर 500 यात्रियों को बंधक बना लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले में कई सैनिकों और आम नागरिकों की मौत हो चुकी है. घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और पाकिस्तानी सेना अलर्ट पर है. जाफर एक्सप्रेस की यह खूनी कहानी अब चर्चा का विषय बन गई है. BLA ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है. तो आइए विस्तार से जानते हैं...

ब्लूचिस्तान ट्रेन हमला: 155 यात्रियों को छुड़ाया, 27 आतंकी ढेर

पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के मुताबिक, मंगलवार को हुए हमले के बाद करीब 155 यात्रियों को आतंकियों ने बंधक बना लिया था. पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का दावा है कि अब तक सभी 155 यात्रियों को बचा लिया गया है और 27 आतंकियों को मार गिराया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकियों के बीच सुसाइड बॉम्बर भी मौजूद थे, जिन्होंने मासूम बंधकों को अपने बेहद करीब बांध रखा था. ये हमलावर विस्फोटक से भरी जैकेट पहने हुए थे, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई थी.

जाफर एक्सप्रेस: खूनी कहानी और ऐतिहासिक महत्व

जाफर एक्सप्रेस की कहानी इतिहास और आतंक के साए से जुड़ी है. इस ट्रेन का नामकरण पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा है. ट्रेन की शुरुआत 13 मई 2004 को हुई थी, जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जफरुल्ला खान जमाली थे. इसका नामकरण उनके चाचा जाफर खान जमाली के नाम पर किया गया, जो बलूचिस्तान के प्रमुख नेता थे और पाकिस्तान आंदोलन में जिन्ना के बड़े समर्थक माने जाते थे. वह शुरुआती बलूच नेताओं में से थे, जिन्होंने खुलकर पाकिस्तान आंदोलन का समर्थन किया था. लेकिन अब यह ट्रेन आतंकी हमले और बंधकों की दर्दनाक घटना की वजह से चर्चा में है. हालिया हमले में आतंकियों ने 500 यात्रियों को बंधक बना लिया, जिससे यह ट्रेन एक खूनी कहानी का हिस्सा बन गई.

क्यों खास है जाफर एक्सप्रेस?

पाकिस्तान के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली ट्रेन-यह ट्रेन बलूचिस्तान के क्वेटा से पेशावर तक चलती है, जो इसे देश के सबसे महत्वपूर्ण रेलमार्गों में से एक बनाता है. जाफर एक्सप्रेस का रूट रोहरी-चमन रेलवे लाइन और कराची-पेशावर रेलवे लाइन से गुजरता है, जिससे व्यापार और परिवहन को बढ़ावा मिलता है। इस रूट से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को मजबूत सहारा मिलता है. 1,632 किलोमीटर (1,014 मील) की दूरी तय करने वाली यह ट्रेन करीब 34 घंटे 10 मिनट में गंतव्य तक पहुंचती है. लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह पहली पसंद बनी हुई है.

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