Begin typing your search...

हांगकांग अग्निकांड में अबतक 44 लोगों की मौत, 300 लापता और तीन लोग गिरफ्तार; आखिर कैसे लगी भीषण आग?

हांगकांग के ताई पो जिले में 32-मंज़िला इमारत की बांस की स्कैफोल्डिंग में लगी आग देखते ही देखते सात टावरों तक फैल गई, जिसमें 44 लोगों की मौत हो गई और करीब 300 लापता हैं. यह तीन दशकों का सबसे भीषण अग्निकांड है. पुलिस ने मैनस्लॉटर के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. 900 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया, जबकि 45 अस्पताल में भर्ती हैं. तेज़ हवाओं और ज्वलनशील निर्माण सामग्री ने आग को और भड़काया.

हांगकांग अग्निकांड में अबतक 44 लोगों की मौत, 300 लापता और तीन लोग गिरफ्तार; आखिर कैसे लगी भीषण आग?
X
( Image Source:  X/IvanCNN )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 27 Nov 2025 7:33 AM

हांगकांग के ताई पो जिले में बुधवार को लगी भीषण आग ने शहर को ऐसे दर्दनाक हादसे से दो-चार किया, जिसकी कल्पना भी मुश्किल है. फ्लेमेबल बांस की स्कैफोल्डिंग से घिरी 32-मंज़िला इमारत में उठी यह आग कुछ ही मिनटों में सात अन्य इमारतों तक फैल गई, और 44 लोगों की जान ले ली. करीब 300 लोग अब भी लापता हैं. यह हांगकांग की तीन दशकों में सबसे भयावह त्रासदी बन चुकी है.

इस inferno ने न सिर्फ ऊंची इमारतों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे नवीनीकरण कार्य और हवा की गति मिलकर किसी भी आधुनिक शहर को आपदा में बदल सकते हैं. जब मलबा, जलती बांस की पाइपें और घना धुआं आसमान में उठ रहा था, शहर का पूरा आपातकालीन सिस्टम अपनी सीमाओं से लड़ रहा था.

तीन की गिरफ्तारी, जांच ने पकड़ी रफ्तार

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस ने तीन लोगों को मैनस्लॉटर (गैर-इरादतन हत्या) के आरोप में गिरफ्तार किया है. शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि स्कैफोल्डिंग को लेकर सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन हुआ था, जिससे आग तेजी से फैली. अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तारी आग की जड़ तक पहुँचने की प्रक्रिया का पहला कदम है.

कैसे भड़की आग?

दोपहर में आग 32-तल की बाहरी स्कैफोल्डिंग पर भड़की, जहाँ रेनोवेशन का काम जारी था. बांस की पाइपें, प्लास्टिक नेटिंग और तेज़ हवाओं ने इसे मिनटों में एक इमारत से दूसरी तक पहुँचा दिया. घनी आबादी वाले टॉवर ब्लॉक के बीच हवा का सुरंग-जैसा दबाव आग के फैलने की गति को और घातक बना गया.

900 लोग हटाए गए

ताई पो के इन टॉवर ब्लॉक्स में बड़ी संख्या में बुजुर्ग रहते हैं. भारी धुआँ और गिरते मलबे की वजह से सैकड़ों लोग अपनी इमारतों से बाहर निकल भी नहीं पाए. फायर ब्रिगेड ने 900 से अधिक लोगों को सुरक्षित आश्रयों में शिफ्ट किया. कई वृद्ध नागरिकों को धुएँ से घुटन और कमजोरी के कारण स्ट्रेचर में ले जाना पड़ा.

फायरफाइटर्स की जंग

फायर सर्विस के उप निदेशक डेरेक आर्मस्ट्रांग चान के अनुसार, अंदरूनी तापमान इतना अधिक था कि रेस्क्यू टीमें ऊपरी मंज़िलों में प्रवेश नहीं कर पा रहीं थीं. “जलते बांस और मलबे लगातार गिर रहे थे… अंदर जाना मौत को दावत देने जैसा था,” टीम ने कहा. 140 से अधिक फायर टेंडर और 60 एंबुलेंस मौके पर तैनात थीं.

लेवल-5 इमरजेंसी घोषित

आग को लेवल-5 अलार्म में अपग्रेड किया गया जो हांगकांग का सबसे गंभीर इमरजेंसी स्तर है. रात होते-होते कई ब्लॉक्स से काला धुआं उठता रहा. फायर ब्रिगेड ने बड़े हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर ऊपरी तल तक पानी पहुँचाया, जबकि पुलिस ने पूरे इलाके को घेरकर एंट्री बंद कर दी.

शी जिंगपिंग ने दी श्रद्धांजलि

चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और आग बुझाने में जान गंवाने वाले फायरफाइटर के परिवार के प्रति संवेदना दी. उन्होंने स्थानीय प्रशासन से घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा देने और राहत कार्य तेज करने का निर्देश दिया.

कितनी सुरक्षित हैं हाई-राइज इमारतें?

ताई पो के ये 8 ब्लॉक 1980 के दशक में बने थे और इस समय बड़े पैमाने पर रेनोवेशन चल रहा था. अधिकारियों का मानना है कि घनी आबादी और पुराने स्ट्रक्चर के कारण आग को नियंत्रित करने में दिक्कतें बढ़ीं. बांस की स्कैफोल्डिंग हांगकांग में आम है, लेकिन विशेषज्ञ अब इसकी सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं.

तीस साल में सबसे बड़ी त्रासदी

यह हादसा 1996 के कौलून ब्लेज़ के बाद अब तक की सबसे बड़ी आग साबित हुआ है, जिसमें 41 लोग मारे गए थे. इस बार 44 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 300 लापता हैं. संकेत साफ है कि असली त्रासदी का पैमाना आने वाले दिनों में और बड़ा हो सकता है.

वर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख