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मछुआरे की टूटी हुई अंगूठी से लेकर रोगिटो तक, जानें पोप फ्रांसिस के ताबूत में क्या-क्या दफनाया जाएगा?

पोप फ्रांसिस के ताबूत में कई चीजे रखी जाएंगी. इनमे मिटर शामिल है, जो पोप की शक्ति और अधिकार का प्रतीक है. इसके अलावा, फ्रांसिस की टोपी, क्रोज़ियर या पैस्टरल स्टाफ और उनकी माला भी ताबूत में रखा जाएगा. पोप के शासनकाल के दौरान इस्तेमाल किए गए सिक्कों का एक छोटा सा बैग भी इस ताबूत में रखा जाएगा.

मछुआरे की टूटी हुई अंगूठी से लेकर रोगिटो तक, जानें पोप फ्रांसिस के ताबूत में क्या-क्या दफनाया जाएगा?
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( Image Source:  META AI )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 27 Nov 2025 5:40 PM IST

88 साल की उम्र में पोप फ्रांसिस ने अपनी आखिरी सांस ली. उन्हें सेरेब्रल स्ट्रोक आया था, जिसके चलते वह कोमा में चले गए और उनका दिल काम करना बंद हो गया था. पोप के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू हो गई हैं. 26 अप्रैल के दिन सुबह 10 बजे सेंट पीटर्स बेसिलिका के सामने चौक पर पोप को विदाई दी जाएगी. जहां देश-विदेश के नेता से लेकर धार्मिक गुरु मौजूद होंगे.

पोप को वेटिकन के बाहर दफनाया जाएगा. जहां पोप फ्रांसिस के ताबूत को सांता मारिया मैगीगोर के रोमन बेसिलिका में ले जाया जाएगा, जो उनकी अंतिम इच्छा थी. अब ऐसे में चलिए जानते हैं पोप के साथ कौन सी चीजें दफनाई जाएंगी?

ताबूत में दफनाए जाएंगे माला और सिक्के

पोप फ्रांसिस के ताबूत में कई चीजे रखी जाएंगी. इनमे मिटर शामिल है, जो पोप की शक्ति और अधिकार का प्रतीक है. इसके अलावा, फ्रांसिस की टोपी, क्रोज़ियर या पैस्टरल स्टाफ और उनकी माला भी ताबूत में रखा जाएगा. पोप के शासनकाल के दौरान इस्तेमाल किए गए सिक्कों का एक छोटा सा बैग भी इसमें शामिल है. यह परंपरा पोप के शासनकाल की याद दिलाती है और उनके योगदान को सम्मानित करती है. जॉन पॉल द्वितीय के दफनाने के समय भी उनके ताबूत में 26 सिक्के रखे गए थे, जो उनके शासनकाल के प्रत्येक साल के लिए एक था.

क्यों रखी जाती है टूटी हुई मछुआरे की अंगूठी?

पोप के साथ टूटी हुई मछुआरे की अंगूठी में दफन की जाएगी. यह अंगूठी हर पोप को उनके उद्घाटन के दौरान दी जाती है और इसे दफनाने से पहले तोड़ दिया जाता है, जो पोप के शासनकाल के अंत का प्रतीक है.

क्या होता है रोगिटो?

पोप फ्रांसिस के ताबूत में कुछ खास चीजों के साथ एक जरूरी डॉक्यूमेंट भी रखा जाएगा, जिसे रोगिटो कहा जाता है. इसमें पोप के जिंदगी में हुआ घटनाएं और उनके काम का रिकॉर्ड होगा. इसकी एक कॉपी वेटिकन के आर्काइव्स में रखी जाएगी. पोप के ताबूत में एक माला भी रखी जाएगी, जो उनकी धार्मिक भक्ति का प्रतीक है. इसके अलावा, मृत्यु प्रमाण पत्र भी ताबूत में रखा जाएगा, जो उनकी मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि है.

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