दवा के बदले डॉक्टर करता था Oral और Anal Sex की मांग, महिलाओं ने खोले रितेश कालरा के 'हॉरर क्लिनिक' के राज
न्यू जर्सी में भारतीय मूल के डॉक्टर रितेश कालरा पर गंभीर आरोप लगे हैं. उन्होंने मरीजों को बिना मेडिकल जरूरत के ओपिओइड दवाएं दीं, यौन संबंधों के बदले नशे की गोलियां दीं और ऐसे अपॉइंटमेंट्स का बिल उठाया जो कभी हुए ही नहीं. कालरा अब हाउस अरेस्ट में हैं और उनके क्लिनिक को बंद करने का आदेश है.

अमेरिका से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें भारतीय मूल के डॉक्टर रितेश कालरा पर कई गंभीर आरोप लगे हैं. अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. कालरा पर बिना किसी वैध चिकित्सकीय कारण के ओपिओइड्स (opioids) जैसी नशे की दवाएं लिखने, फर्जी मेडिकल बिलिंग करने और महिला मरीजों से यौन संबंध की मांग करने के आरोप हैं.
डॉ. कालरा फिलहाल होम अरेस्ट में हैं और उन पर चिकित्सा प्रैक्टिस करने, दवा लिखने और मरीजों से मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस केस के चलते उन्हें अपना क्लिनिक भी बंद करना पड़ा है. अमेरिकी अटॉर्नी अलीना हब्बा ने डॉक्टर कालरा को एक ऐसा शख्स बताया है जिसने डॉक्टर जैसे जिम्मेदार पेशे का इस्तेमाल सिर्फ अपने फायदे और यौन संतुष्टि के लिए किया.
बिना वैध कारण नशे की दवाएं लिखने का आरोप
डॉ. रितेश कालरा पर आरोप है कि उन्होंने 2019 से फरवरी 2025 तक हजारों मरीजों को बिना किसी वैध जरूरत के नशे की दवाएं दीं. इनमें ऑक्सीकोडोन (oxycodone) और कोडीन युक्त प्रोमेथाज़िन (promethazine with codeine) जैसी शक्तिशाली ओपिओइड्स शामिल हैं. कई दिनों में तो उन्होंने 50 से अधिक दवाओं के प्रिस्क्रिप्शन तक लिख डाले. DOJ के मुताबिक, उन्होंने लगभग 31,000 प्रिस्क्रिप्शन जारी किए.
यौन संबंध की मांग और मरीजों का शोषण
कालरा के पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि कई महिला मरीजों ने उनसे शिकायत की थी कि डॉक्टर उन्हें अश्लील रूप से छूते थे और दवा के बदले यौन संबंध, यहां तक कि ओरल सेक्स और एनल सेक्स तक की मांग करते थे. एक महिला मरीज ने तो यह भी आरोप लगाया कि उसे क्लिनिक में इलाज के दौरान एनल सेक्स के लिए मजबूर किया गया. हैरानी की बात यह है कि डॉक्टर कालरा ने एक मरीज को तब भी नशे की दवाएं भेजीं जब वह एसेक्स काउंटी करेक्शनल फैसिलिटी (Essex County Correctional Facility) में बंद थी और उसका डॉक्टर से कोई संपर्क नहीं था.
फर्जी विज़िट्स और मेडिकल रिकॉर्ड में हेराफेरी
DOJ के अनुसार, डॉक्टर कालरा ने उन परामर्श सत्रों और विज़िट्स के लिए भी बिलिंग की जो कभी हुई ही नहीं. उनके इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड में झूठे प्रोग्रेस नोट्स थे, जिनमें नकली तारीखें दर्ज थीं और बार-बार वही विवरण दोहराए गए थे. मरीजों की ज़रूरी जानकारियाँ जैसे ब्लड प्रेशर, तापमान आदि तक रिकॉर्ड नहीं किए गए.
'डॉक्टर का लाइसेंस बना यौन संतुष्टि का साधन'
अमेरिका की अटॉर्नी अलीना हब्बा ने अपने बयान में कहा, कि फिजीशियन का पेशा अत्यंत जिम्मेदारी वाला होता है, लेकिन डॉ. कालरा ने उस जिम्मेदारी का दुरुपयोग कर मरीजों की लत को बढ़ाया, कमजोर मरीजों का यौन शोषण किया और न्यू जर्सी की पब्लिक हेल्थ केयर प्रणाली को ठगा. दवा के बदले यौन संबंध और मेडिकेड के लिए फर्जी बिलिंग करके उन्होंने न सिर्फ कानून तोड़ा बल्कि लोगों की जान भी खतरे में डाली. हमारी एजेंसी ऐसे मामलों पर कड़ी कार्रवाई करती रहेगी.