म्यांमार में भूकंप से अबतक 1600 से ज्यादा लोगों की मौत, वैज्ञानिकों ने बताया पीछे का कारण; पढ़ें लेटेस्ट Updates
Myanmar-Thailand Earthquake: म्यांमार में भूकंप आने से हादसे में 1,644 लोगों की मौत हो गई जबकि 3,408 लोग घायल हुए हैं. म्यांमार में भूकंप आना एक आम बात हो गई है. यहां पर कभी ज्यादा कभी कम तीव्रता से भूकंप की घटना देखने को मिलती है. यह देश सागाइंग फॉल्ट पर स्थित है, जो उत्तर-दक्षिण में एक प्रमुख फॉल्ट है जो इंडिया प्लेट और सुंडा प्लेट को अलग करता है.

Myanmar-Thailand Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार (28 मार्च) को भूकंप आने से भारी तबाही देखने को मिल रही है. चारों और तबाही और मौत का मंजर देखने को मिल रहा है. हादसे में मरने वालों का आंकड़ा 1,644 पहुंच गया है, जो कि लगातार बढ़ता ही जा रहा है, जबकि 3,408 लोग घायल हुए हैं. भारत की ओर से म्यांमार को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.
जानकारी के अनुसार, सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में 7.7 तीव्रता से भूकंप आया, जिससे भारी तबाही मच गई. लाखों की संख्या में लोग घर से बेघर हो गए हैं और रोते-बिलखते मदद की गुहार लगा रहे हैं. म्यांमार में भूकंप आना एक आम बात हो गई, पहले कई बार इस तरह की घटना देखने को मिली.
2400 से ज्यादा लोग हैं घायल
शनिवार को आए शक्तिशाली भूकंप ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई, जिससे सड़कें, पुल और अन्य सार्वजनिक अवसंरचनाएं बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं. कई क्षेत्र अब भी संपर्क से कटे हुए हैं, जिससे बचाव कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं. म्यांमार की सैन्य सरकार के अनुसार, इस आपदा में 2,400 से अधिक लोग घायल हुए हैं. राहत दल लगातार बचाव कार्य में जुटे हैं, लेकिन टूटी सड़कों और पुलों के कारण कई इलाकों तक पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा है.
334 परमाणु बमों के विस्फोट के बराबर था भूकंप
विशेषज्ञों के अनुसार, म्यांमार में आए इस विनाशकारी भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसकी ऊर्जा 334 परमाणु बमों के विस्फोट के बराबर थी. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह आपदा सिर्फ एक शुरुआत हो सकती है, क्योंकि इस क्षेत्र में महीनों तक आफ्टरशॉक्स (झटकों) का खतरा बना रहेगा. भारतीय टेक्टोनिक प्लेट लगातार यूरोशियन प्लेट से टकरा रही है, जिससे भविष्य में और भी भूकंपीय गतिविधियां हो सकती हैं.
शख्स का परिवार है लापता
भूकंप में बचे लोगों ने अपने भयावह अनुभव साझा किए. एक व्यक्ति ने बताया कि जब भूकंप आया, वह शौचालय में था और बाद में मलबे से बाहर निकाला गया. उसने कहा कि उसकी दादी, चाची और चाचा अभी भी लापता हैं, और उनके जीवित बचने की संभावना बहुत कम है. इस आपदा ने सैकड़ों परिवारों को उजाड़ दिया है, और लोग अपने प्रियजनों की तलाश में निराशा के दौर से गुजर रहे हैं.
म्यांमार में बार-बार भूकंप आने का कारण?
म्यांमार में भूकंप आना एक आम बात हो गई है. यहां पर कभी ज्यादा कभी कम तीव्रता से भूकंप की घटना देखने को मिलती है. कई रिपोर्ट में बताया गया कि यह देश सागाइंग फॉल्ट पर स्थित है, जो उत्तर-दक्षिण में एक प्रमुख फॉल्ट है जो इंडिया प्लेट और सुंडा प्लेट को अलग करता है. ब्रिटिश भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के भूकंप विज्ञानी ब्रायन बैप्टी ने एपी को बताया कि ऐसा लगता है कि फॉल्ट का 200 किलोमीटर का हिस्सा एक मिनट से अधिक समय के लिए टूट गया, तथा कुछ स्थानों पर 5 मीटर तक की ढलान आई, जिससे उस क्षेत्र में तीव्र भू-कंपन हुआ, जहां ज्यादा आबादी लकड़ी और बिना मजबूत ईंटों से बने भवनों में रहती है.
उन्होंने कहा, जब किसी ऐसे क्षेत्र में बड़ा भूकंप आता है, जहां दस लाख से अधिक लोग रहते हैं, जिनमें से कई असुरक्षित इमारतों में रहते हैं, तो परिणाम अक्सर खतरनाक हो सकते हैं. इस बार भी यही देखने को मिला, जब भूकंप के एक दिन बाद शनिवार को म्यांमार में 4.7 तीव्रता का भूकंप आया.
भूकंप से थाईलैंड में तबाही
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में इमारत ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है. बैंकॉक में कुल 17 लोगों की मौत हो चुकी है. कल कंक्रीट और स्टील के मलबे से कुछ शव निकाले गए, लेकिन कम से कम 70 मजदूरों के अभी भी फंसे होने की आशंका है। बैंकॉक में बचाव अभियान के लिए सैकड़ों बचावकर्मी और बड़ी क्रेनें तैनात की गई हैं.