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नहीं थी प्रेग्नेंट तो क्यों खा रही थी गर्भनिरोधक गोली? 17 साल की लड़की हो गई पैरालिसिस का शिकार

गर्भनिरोधक गोली का इस्तेमाल अनवॉन्टेड प्रेग्नेंसी से बचने के लिए किया जाता है, लेकिन क्या हो जब इस दवाई का इस्तेमाल किसी दूसरी चीज के लिए किया जाए? गर्भनिरोधक गोली के कारण पैरालिसिस भी हो सकता है. क्लिथेरो की रहने वाली लॉरेन को इस गोली के कारण ब्लड क्लॉट की समस्या हुई, जिससे उन्हें लकवा मार गया.

नहीं थी प्रेग्नेंट तो क्यों खा रही थी गर्भनिरोधक गोली? 17 साल की लड़की हो गई पैरालिसिस का शिकार
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( Image Source:  Credit- ANI )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 16 Oct 2024 4:54 PM IST

लॉरेन लंकाशायर के क्लिथेरो की रहने वाली हैं, जिनकी उम्र अभी 20 साल है. साल 2022 में वह अपनी फैमिली के साथ स्पेन में छुट्टियां मना रही थीं. एक दिन रात के दौरान उन्हें ब्लड क्लॉट के लक्षण दिखे. इसके बाद जब लॉरेन ने बिस्तर से उठने की कोशिश की, तो वह गिर गईं. जिससे उसके माता-पिता को पता चला. चूंकि लॉरेन बोल और हिल नहीं पा रही थी. ऐसे में उन्हें एम्बुलेंस से ले जाने का फैसला लिया गया. लॉरेन को इमरजेंसी सर्जरी के लिए अल्मेरिया के अस्पताल यूनिवर्सिटेरियो टोरेकार्डेनास ले जाया गया, जहां पता चला कि उनके दिमाग में रक्त का थक्का बन गया था, जिससे उन्हें स्ट्रोक हुआ. चलिए जानते हैं इसका कारण.

गर्भनिरोधक गोली के कारण हुआ पैरालिसिस

डॉक्टर्स ने बताया कि यह गर्भनिरोधक गोली खाने के कारण हुआ है. इलाज के दौरान स्कैन से पता चला कि लॉरेन के दिल में छेद भी है, जिससे होकर क्लॉट उनके सिर तक पहुंच गया था. इस कारण से ही वह चलने और बोलने में असमर्थ हो गई. दोबारा से नॉर्मल होने के लिए लॉरेन को कई महीनों तक फिजियोथेरेपी करवानी पड़ी. डॉक्टर्स ने लॉरेन के पेरेंट्स को कह दिया था कि उनके बचने की संभावना ज्यादा नहीं है.

इस कारण से खा रही थी दवाई

बता दें कि लॉरेन 13 साल की उम्र से ही गर्भनिरोधक गोली खा रही थीं. पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग को कंट्रोल करने के लिए वह यह दवाई खाती थी. लॉरेन गोली से जुड़े ब्लड क्लॉट के मामूली जोखिम के बारे में जानती थीं, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि यह इस तरीके से उसकी बॉडी पर अफेक्ट डालेगा.

लंदन मैराथन के लिए किया अप्लाई

लॉरेन ने रॉयल ब्लैकबर्न अस्पताल में फिजियोथेरेपी कोर्स शुरू किया, जिससे उन्हें फिर से चलने में छह हफ्ते लग गए. इसके बाद जुलाई 2023 में हार्ट सर्जरी हुई, जिसमें छेद को बंद करने के लिए एक डिवाइस इंप्लांट किया गया, जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वह लंदन मैराथन में भाग लेकर एक चुनौती लेना चाहती हैं. लॉरेन हफ्ते में छह दिन जिम जाती हैं और ट्रेनिंग के लिए हफ्ते में 40 किमी दौड़ती हैं.

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