पाकिस्तान में इस जगह पर है 'श्रीराम के पुत्र लव' की समाधि, बदल रही सूरत
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने सोशल मीडिया (X) पर पाकिस्तान के लाहौर शहर से एक पोस्ट शेयर किया है जो प्राचीन क़िले में प्रभु राम के पुत्र लव की प्राचीन समाधि के बारे में बताया है तो आइए जानते हैं विस्तार से...

बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का दूसरा सेमीफाइनल देखने लाहौर पहुंचे थे. इस बीच उन्होंने अपने सोशल मीडिया (X) पर पाकिस्तान के लाहौर शहर से एक पोस्ट शेयर किया है जो प्राचीन क़िले में प्रभु राम के पुत्र लव की प्राचीन समाधि का है. बता दें कि, पाकिस्तान का लाहौर शहर जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध शहर है.
लाहौर का नाम प्रभु श्रीराम के पुत्र लव से जुड़ा हुआ माना जाता है. लाहौर के प्राचीन किले में स्थित लव की समाधि इस ऐतिहासिक संबंध का प्रमाण मानी जाती है. यह स्थान हिंदू पौराणिक कथाओं और भारतीय उपमहाद्वीप के सांस्कृतिक इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है.
राजीव शुक्ला ने लाहौर में भगवान राम के बेटे लव की समाधि पर श्रद्धांजलि दी
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला सोशल मीडिया (X) पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'लाहौर के प्राचीन क़िले में प्रभु राम के पुत्र लव की प्राचीन समाधि है लाहौर नाम भी उन्ही के नाम से है. वहां प्रार्थना का अवसर मिला. साथ में पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी जो इस समाधि का जीर्णोद्धार करवा रहे हैं. मोहसिन ने मुख्यमंत्री रहते यह काम शुरू करवाया था.'
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'लाहौर के नगरपालिका रिकॉर्ड के अनुसार, इस शहर की स्थापना भगवान राम के पुत्र लव के नाम पर की गई थी, जबकि कसूर शहर का नाम उनके दूसरे पुत्र कुश के नाम पर रखा गया था. बीसीसीआई उपाध्यक्ष ने यह भी कहा, 'पाकिस्तान सरकार भी इस ऐतिहासिक तथ्य को स्वीकार करती है. इसके अलावा, शुक्ला ने स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट की बहाली पूरी तरह से भारत सरकार की मंजूरी पर निर्भर है.
उन्होंने कहा, 'हम (बीसीसीआई) सरकार के सामने अपनी बात रखते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय उनका होता है. सरकार कोई भी फैसला कई पहलुओं पर विचार-विमर्श के बाद ही लेती है, और यह पूरी तरह से उनका आंतरिक मामला है.'