Begin typing your search...

क्या चीन में काम करने वाले US कर्मचारी किसी महिला के साथ नहीं बना सकते यौन संबंध? चीन-रूस के 'S*# Spies' ने मचाई खलबली!

चीन में काम करने वाले अमेरिकी कर्मचारियों को अब निजी रिश्तों पर भी सख्त पाबंदियां झेलनी पड़ रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि चीन और रूस ‘सेक्स स्पाईज़’ का इस्तेमाल जासूसी के लिए कर रहे हैं, इसलिए कर्मचारियों को किसी महिला के साथ निजी संबंध बनाने से बचने के निर्देश दिए गए हैं.

क्या चीन में काम करने वाले US कर्मचारी किसी महिला के साथ नहीं बना सकते यौन संबंध? चीन-रूस के S*# Spies ने मचाई खलबली!
X
( Image Source:  Sora_ AI )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 5 Nov 2025 8:51 PM

अमेरिका की जासूसी दुनिया से एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. CIA के पूर्व अधिकारी जे. माइकल वॉलर (J. Michael Waller) ने दावा किया है कि चीन और रूस अपने “सेक्स स्पाईज़” (Sex Spies) को अमेरिका भेज रहे हैं, जिनका मकसद है- देश की तकनीक और गोपनीय सूचनाएं चुराना.

इन खूबसूरत जासूसाओं का इस्तेमाल राजनीतिक और मनोवैज्ञानिक युद्ध (Psychological Warfare) के हथियार के रूप में किया जा रहा है. वॉलर ने बताया कि इन देशों की महिला एजेंट्स अक्सर आकर्षण, प्यार और रोमांस के जाल में फँसाकर टॉप अधिकारियों, वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और राजनेताओं से अहम जानकारी हासिल करती हैं.

'Sex को बना दिया हथियार'- CIA अधिकारी का खुलासा

वॉलर ने Fox News Digital से बातचीत में कहा कि वे लोगों की कमजोरियों का फायदा उठाते हैं — चाहे कोई अकेला हो या साथी की तलाश में हो. यह तरीका बाइबिल के ज़माने से चलता आ रहा है. वे सेक्स को हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं.” उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वे पोलैंड में CIA के लिए काम कर रहे थे, तब एक 25 वर्षीय चीनी महिला उनसे मिलने आई, जो बाद में जासूस निकली. वॉलर ने बताया कि वह महिला उनकी निजी जानकारी पहले से जानती थी. “यहां तक कि वो बातें भी जो मेरे आधिकारिक प्रोफाइल में नहीं थीं.”

चीन के खिलाफ अमेरिका की नई पॉलिसी

अमेरिकी सरकार ने इस खतरे को देखते हुए हाल ही में सख्त कदम उठाए हैं. चीन में काम करने वाले अमेरिकी कर्मचारियों को स्थानीय नागरिकों से रोमांटिक या यौन संबंध रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह नीति पूर्व अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स द्वारा लागू की गई थी. पॉलिसी तोड़ने वाले कर्मचारियों को चीन छोड़ने के लिए मजबूर किया जाएगा.

'यह मनोवैज्ञानिक युद्ध है' – वॉलर

वॉलर का कहना है कि चीन और रूस सिर्फ आकर्षण तक सीमित नहीं रहते, बल्कि लंबी अवधि तक भावनात्मक रिश्ते बनाकर टारगेट को मानसिक रूप से प्रभावित करते हैं. “वे महीनों या सालों तक भावनात्मक रिश्ता बनाते हैं, शादी तक कर लेते हैं, ताकि सामने वाला पूरी तरह उनसे जुड़ जाए,”

रूसी एजेंट ने भी किया खुलासा

पूर्व रूसी ‘सेक्स स्पाई’ अलिया रोज़ा (Aliia Roza) ने भी न्यूयॉर्क पोस्ट से बातचीत में बताया कि अब विदेशी एजेंट्स सिलिकॉन वैली को टारगेट बना रहे हैं ताकि टेक्नोलॉजी और ट्रेड सीक्रेट्स चुराए जा सकें. “सब कुछ ‘लव बॉम्बिंग’ से शुरू होता है. तारीफों भरे मैसेज, सेल्फी, बिकिनी फोटो. वे खुद को कमजोर या अकेला दिखाते हैं ताकि सामने वाला ‘हीरो’ बनकर उनकी मदद करना चाहे. वॉलर ने अमेरिकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि 'अगर कोई बेहद खूबसूरत चीनी लड़की अचानक आपमें दिलचस्पी दिखा रही है, और आप उसकी लीग में नहीं आते तो समझ जाइए, वो जासूस है.'

वर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख