नाम बदलने की सियासत, राष्ट्रवाद, मस्क के 'भजन' और ट्रांसजेंडर बैन..अमेरिकी ‘योगी’ बने ट्रंप!
ट्रंप का नया अवतार: नाम बदलने की राजनीति, राष्ट्रवाद का उबाल, एलन मस्क की महिमा और ट्रांसजेंडर बैन! क्या अमेरिका भी 'बुलडोजर राज' की राह पर?

डोनाल्ड ट्रंप की लेटेस्ट स्पीच सुनकर ऐसा लगा कि अमेरिका को भी अब अपना ‘योगी आदित्यनाथ’ मिल गया है! वही no-nonsense, straightforward और bulldozer-style वाला प्रशासन. फर्क सिर्फ इतना है कि योगी जी गेरुआ पहनते हैं और ट्रंप का सूट हमेशा टाई के साथ फिट होता है. लेकिन दोनों के स्टाइल में कुछ similarities तो हैं ही! अगर योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में 'ठोक दो' नीति के लिए मशहूर हैं, तो ट्रंप भी अब कुछ वैसा ही करने की कोशिश में लगे हैं. फर्क बस इतना है कि योगी जी के पास बुलडोजर है और ट्रंप के पास राष्ट्रपति के एक्जीक्यूटिव ऑर्डर.
नाम बदलने की ‘फीलगुड पॉलिसी’ – PR मास्टरक्लास
योगी आदित्यनाथ जब मुख्यमंत्री बने, तो सबसे पहले शहरों के नाम बदलने का जुनून चढ़ा. इलाहाबाद को प्रयागराज, फैजाबाद को अयोध्या, और मुगलसराय को दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन बना दिया गया. आलोचक जो भी कहें, लेकिन इससे जनता में एक भावनात्मक लहर जरूर पैदा हुई. और ट्रंप, जो खुद को 'सबसे बड़ा नेशनलिस्ट' मानते हैं, वो ये कैसे छोड़ सकते थे?
अब गल्फ ऑफ मेक्सिको नहीं, गल्फ ऑफ अमेरिका कहा जाएगा! क्या हुआ कि मेक्सिको का भौगोलिक अस्तित्व वहीं का वहीं रहेगा, नाम तो बदल ही गया. अगला नंबर शायद स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का हो, जिसे 'फ्रीडम देवी' कहा जाएगा या व्हाइट हाउस को 'MAGA भवन' घोषित कर दिया जाएगा. आखिर नाम बदलने से ही तो पहचान मजबूत होती है. ये किसी से मत पूछना कि इससे क्या बदलेगा, क्योंकि जवाब हमेशा तैयार है – 'भावनाएं बदलती हैं, बस इतना ही काफी है!'
‘100 ऑर्डर ठोक चुका हूं’ – ट्रंप की फ़ास्ट एंड फ्यूरियस स्टाइल
योगी आदित्यनाथ जब सीएम बने तो पहला काम किया एंटी-रोमियो स्क्वॉड बनाना, गो-हत्या पर बैन लगाना, और माफियाओं पर बुलडोजर चलाना. ट्रंप ने भी राष्ट्रपति बनते ही 100 ऑर्डर साइन कर दिए. और सबसे बड़ा फैसला – अब अमेरिका की आधिकारिक भाषा सिर्फ अंग्रेजी होगी. अब जो स्पैनिश बोलने वाले हैं, वो या तो अंग्रेजी सीख लें या फिर ट्रंप की स्पीच सुनकर खुद को 'गैर-अमेरिकन' समझना शुरू कर दें.
अगला क्या होगा? व्हाइट हाउस में अंग्रेजी न बोलने वालों के लिए अलग कतार बनेगी? रेस्तरां में अंग्रेजी न बोलने पर MAGA स्पेशल डिस्काउंट खत्म कर दिया जाएगा? 'टेक्सास' का नाम बदलकर 'कैप्टन अमेरिका नगर' रख दिया जाएगा?
एलन मस्क - अमेरिका के बाबा रामदेव?
योगी जी जिस तरह बाबा रामदेव की तारीफ करते नहीं थकते, वैसे ही ट्रंप ने अपने भाषण में एलन मस्क को सुपरहीरो बना दिया. जो बंदा खुद को हीरो मानता है, वो दूसरे को हीरो क्यों बनाएगा? लेकिन ट्रंप का दिमाग काम कर गया – अमेरिका में नेशनलिज्म बेचना है तो किसी टेक्नोलॉजी टाइकून को अपना 'देशभक्त' दिखाना पड़ेगा. बस, मस्क की ब्रांडिंग शुरू हो गई. फर्क सिर्फ इतना है कि बाबा रामदेव योग कराते हैं और एलन मस्क स्पेसशिप उड़ाते हैं.
अब मस्क को अगर ये सम्मान मिल ही गया है तो क्या पता, अगले महीने टेस्ला कारों को 'अमेरिकी गौरव वाहन' घोषित कर दिया जाए और हर नागरिक से कहा जाए – 'टेस्ला नहीं खरीदी तो देशभक्ति अधूरी रह जाएगी!'
ट्रांसजेंडर बनाम ट्रंप – अब खेल में नो एंट्री!
योगी आदित्यनाथ लव जिहाद पर सख्त थे, ट्रंप भी अपने हिसाब से 'परंपराओं की रक्षा' कर रहे हैं. उनके नए फैसले के मुताबिक, ट्रांसजेंडर एथलीट्स को खेलों में भाग लेने की इजाजत नहीं होगी. ट्रंप का सीधा तर्क – 'लड़के लड़कों से खेलेंगे, लड़कियां लड़कियों से!' अब चाहे पूरी दुनिया समावेशिता की बात कर ले, ट्रंप को फर्क नहीं पड़ता.
ये ठीक वैसे ही है जैसे योगी सरकार ने लव जिहाद कानून लाकर 'किसको प्यार करने की इजाजत है और किसको नहीं' ये तय कर दिया. ट्रंप अब 'कौन खेल सकता है और कौन नहीं' इसका फैसला करने में लगे हैं. क्या पता, अगले साल कोई नया आदेश आए – 'जो भी मेकअप करता है, उसे फुटबॉल से बैन कर दो!'
‘विपक्ष? कौन विपक्ष?’ – सीधा धक्के मारकर बाहर
योगी जी के राज में अगर कोई विरोध करे तो पुलिस उसे 'प्रशासनिक कार्यवाही' के नाम पर उठा ले जाती है. और ट्रंप? उन्होंने अपने भाषण में डेमोक्रेट्स पर इस तरह हमला बोला जैसे वो अमेरिका के विपक्ष नहीं, बल्कि कोई विदेशी षड्यंत्रकारी हों.
सदन में ट्रंप के भाषण के दौरान जब डेमोक्रेट सांसद अल ग्रीन ने विरोध किया तो सीधे सिक्योरिटी बुलाकर बाहर फिंकवा दिया गया. योगी स्टाइल में कहें तो 'सुधर जाओ नहीं तो बुलडोजर आ जाएगा!' ट्रंप का तरीका थोड़ा अलग है, लेकिन मेसेज वही – 'मेरे खिलाफ मत बोलो, वरना आउट हो जाओगे!'
नया अमेरिका - नया उत्तर प्रदेश?
अब अगर ट्रंप और योगी की तुलना करें, तो दोनों की राजनीति का स्टाइल एक जैसा ही दिखता है. योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को अपराधमुक्त करने के लिए बुलडोजर चला रहे हैं, ट्रंप अमेरिका को 'लिबरल विचारधारा' से मुक्त करने के लिए नए-नए ऑर्डर निकाल रहे हैं. फर्क सिर्फ इतना है कि एक भगवा में है, दूसरा लाल टाई में!
क्या ट्रंप अब 'जय श्री राम' भी बोलेंगे?
अब तक तो साफ हो गया होगा कि ट्रंप अमेरिका के योगी बनने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. उनके हर फैसले में एक 'राइट-विंग पॉलिटिकल फ्लेवर' झलक रहा है. लेकिन अगर उन्हें योगी से पूरी तरह इंस्पिरेशन लेनी है, तो बस एक आखिरी चीज बची है –
व्हाइट हाउस में हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करवा दें और अपने अगले भाषण में 'जय श्री राम' बोल दें. फिर देखना, अमेरिका का भगवाकरण अपने चरम पर होगा और दुनिया में नई बहस छिड़ जाएगी – 'क्या अमेरिका अब आधिकारिक रूप से 'हिंदू राष्ट्र' बनने की राह पर है?'