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ना शराब पर पाबंदी और न कपड़ों पर आपत्ति, कुछ ऐसा होगा अल्बानिया का नया मुस्लिम राज्य

Albania New Muslim State: इस्लामा की बेक्टाशी प्रथा काफी पुरानी है. बीच में इसे बैन कर दिया था. हालांकि यह समुदाय अब एक नया राज्य बनाने को तैयार है, जहां मुस्लिम समुदाय की मौजूदगी के बाद भी किसी भी तरह की पाबंदी नहीं होगी. आंकड़ों के मुताबिक, अल्बानिया के 24 लाख लोगों में से 1.15,000 लोग बेक्टाशी में मानते हैं.

ना शराब पर पाबंदी और न कपड़ों पर आपत्ति, कुछ ऐसा होगा अल्बानिया का नया मुस्लिम राज्य
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Image Creadit- Social Media
सचिन सिंह
By: सचिन सिंह

Updated on: 23 Sept 2024 3:57 PM IST

Albania New Muslim State: यूरोप के दक्षिणी भाग में बसा एक देश अल्बानिया, इन दिनों खूब चर्चाओं में है. इसकी राजधानी तिराना है. ये देश मुस्लिमों के लिए एक राज्य बनाने की प्लानिंग कर रहा है, जिसकी खास बात ये है कि इस नए राज्य में कोई भी पाबंदी नहीं होगा. यह एक वेटिकन सिटी की शैली का संप्रभु एन्क्लेव होगा. पादरी एडमंड ब्राहिमाज ने कहा कि ईश्वर किसी भी चीज़ की मनाही नहीं करता है, इसलिए उसने हमें दिमाग दिया है. मुस्लिम धर्मगुरु का मनना है कि अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो यह दुनिया का सबसे छोटा देश बन जाएगा.

अल्बानिया का नया मुस्लिम राज्य अन्य मुस्लिम देशों से अलग होगा. यहां किसी भी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी. इस राज्य शराब की अनुमति होगी. महिलाओं को उनकी इच्छानुसार पहनने की अनुमति होगी. इसके साथ ही यहां अपने मन से जीने की आजादी होगी. जीवन शैली पर कोई नियम लागू नहीं होंगे. अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने कहा कि वह जल्द ही बेक्टाशी ऑर्डर के संप्रभु राज्य के नाम से एक इकाई के लिए योजनाओं की घोषणा करेंगे.

बेक्टाशी संप्रदाय का उदारवादी फैसला

बेक्टाशी संप्रदाय का ये नया राज्य न्यूयॉर्क शहर के लगभग पांच ब्लॉकों के आकार का होगा. दरवेश बाबा मोंडी इस संप्रदाय के वर्तमान आध्यात्मिक नेता हैं. उनका कहना है कि नए देश में फैसले प्यार और दयालुत से लिए जाएंगे. पीएम रामा ने कहा कि नए राज्य का उद्देश्य इस्लाम के सहिष्णु संस्करण को बढ़ावा देना है, जिस पर अल्बानिया गर्व करेगा. उन्होंने कहा, 'इस उदारवादी फैसले से मुसलमानों पर लगे कलंक को भी साफ किया जा सकता है.' ये नया देश करीब 10 हेक्टेयर भूमि पर होगा और इसका अपना प्रशासन, पासपोर्ट और बॉर्डर होंगे. आंकड़ों के मुताबिक, अल्बानिया के 24 लाख लोगों में से 1.15,000 लोग बेक्टाशी में मानते हैं.

'प्रेम और दया' से लिए गए निर्णय

सूफीवाद की एक शाखा बेक्ताशी आंदोलन या बेक्ताशिया की उत्पत्ति तुर्की के अनातोलिया क्षेत्र में हुई. समय के साथ आस्था के प्रति उदार दृष्टिकोण और बढ़ते राजनीतिक प्रभाव के कारण इसे अल्बानिया, कोसोवो और उत्तरी मैसेडोनिया तक सीमित कर दिया गया. संगठन के एक बयान में कहा गया कि बेक्टाशी होने का मतलब इंसान होना है. हमने अपने समुदाय का निर्माण शांति, प्रेम और आपसी सम्मान के सिद्धांतों पर आधारित किया है और यह निर्णय भी 'प्रेम और दया' के लिए लिया गया है.

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