AI से नौकरियां जाएंगी या खुलेंगे नए रास्ते, पीएम मोदी ने दुनिया को समझाया; 10 बड़ी बातें
पीएम मोदी ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में एआई वर्क समिट को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि एआई स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और बहुत कुछ में सुधार करके लाखों लोगों का जीवन बदल सकता है. उन्होंने कहा कि एआई एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद कर सकता है, जिसमें सतत विकास लक्ष्यों की यात्रा आसान और तेज हो जाती है.

AI Work Summit Paris: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर फ्रांस में हैं. इस दौरान उन्होंने पेरिस में एआई वर्क समिट को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि AI पहले से ही हमारी राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और यहां तक कि हमारे समाज को नया आकार दे रहा है. उन्होंने कहा कि AI इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि एआई स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और बहुत कुछ में सुधार करके लाखों लोगों के जीवन को बदलने में मदद कर सकता. यह एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद कर सकता है, जिसमें सतत विकास लक्ष्यों की यात्रा आसान और तेज हो जाती है.
पीएम मोदी के एआई वर्क समिट में संबोधन की 10 बड़ी बातें
- नौकरियों का खत्म होना AI का सबसे भयावह व्यवधान है, लेकिन इतिहास ने दिखाया है कि टेक्नोलॉजी के कारण काम गायब नहीं होता. इसकी प्रकृति बदलती है और नए प्रकार की नौकरियां पैदा होती हैं.
- हमें एआई-संचालित भविष्य के लिए अपने लोगों को कौशल प्रदान करने और उन्हें फिर से कौशल प्रदान करने में निवेश करने की आवश्यकता है.
हमारे G20 प्रेसीडेंसी के दौरान हमने जिम्मेदारी से, अच्छे के लिए और सभी के लिए AI का उपयोग करने पर आम सहमति बनाई. आज, भारत AI अपनाने और डेटा गोपनीयता पर तकनीकी-कानूनी समाधानों में अग्रणी है.
- हम लोगों की भलाई के लिए AI एप्लिकेशन विकसित कर रहे हैं.
- भारत अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए तैयार है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एआई का भविष्य सभी के लिए अच्छा हो.
- एआई अभूतपूर्व पैमाने और गति से विकसित हो रहा है. एआई को और भी तेजी से अपनाया और लागू किया जा रहा है. सीमाओं के पार भी एआई पर गहरी अंतर-निर्भरता है. शासन और मानकों को स्थापित करने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता है, जो हमारे साझा मूल्यों को बनाए रखें, जोखिमों को कम करें और विश्वास का निर्माण करें.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि AI की उच्च ऊर्जा तीव्रता पर ध्यान देने की जरूरत है. इसके भविष्य को बढ़ावा देने के लिए हरित ऊर्जा की आवश्यकता होगी.
हम AI युग की सुबह में हैं जो मानवता के पाठ्यक्रम को आकार देगा. कुछ लोग मशीनों के इंसानों से बुद्धिमत्ता में बेहतर होने की चिंता करते हैं, लेकिन हमारे सामूहिक भविष्य और साझा नियति की कुंजी हम इंसानों के अलावा किसी और के पास नहीं है. जिम्मेदारी की उस भावना को हमें मार्गदर्शन करना चाहिए.
भारत और फ्रांस ने सूर्य की शक्ति का दोहन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसी पहलों के माध्यम से वर्षों तक एक साथ काम किया है. जैसे-जैसे हम AI के लिए अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाते हैं, यह एक बेहतर और जिम्मेदार भविष्य को आकार देने के लिए स्थिरता से नवाचार की ओर एक स्वाभाविक प्रगति है.
AI मॉडल आकार, डेटा आवश्यकताओं और संसाधन आवश्यकताओं में भी कुशल और टिकाऊ होने चाहिए. आखिरकार, मानव मस्तिष्क अधिकांश लाइटबल्बों की तुलना में कम बिजली का उपयोग करके कविता की रचना और अंतरिक्ष यान डिजाइन करने का प्रबंधन करता है.
फ्रांस पहुंचने पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत
इससे पहले पीएम मोदी का फ्रांस पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. रक्षा मंत्री सेब लेकॉर्नो ने एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी की. प्रधानमंत्री जब होटल पहुंचे तो वहां बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय उनके स्वागत के लिए मौजूद थे. इसके बाद पीएम एआई समिट में शामिल होने पहुंचे राष्ट्राध्यक्षों व शासनाध्यक्षों के लिए आयोजित डिनर में भी शामिल हुए.