गुरुग्राम, जिसे 'मिलेनियम सिटी' भी कहा जाता है, चमचमाती इमारतों, आईटी पार्कों और विदेशी कंपनियों की वजह से आधुनिक भारत की पहचान बन चुका है. यहां लोगों को 'ग्लोबल लाइफ' का सपना दिखाया गया - 100 करोड़ रुपये से अधिक के अपार्टमेंट, लग्ज़री कारें, गूगल-माइक्रोसॉफ्ट जैसे दिग्गज ऑफिस और हर आधुनिक सुविधा मौजूद थी. लेकिन हकीकत इससे बिलकुल अलग है. हर साल मॉनसून में गुरुग्राम पानी में डूब जाता है; घंटों ट्रैफिक जाम लगा रहता है और शहर की बुनियादी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो जाती हैं. सपनों का शहर बनकर यह शहर हर साल अपनी असली तस्वीर दिखाता है - एक खूबसूरत चेहरा और पीछे का बदइंतजामियों से भरा दलदल.