एक तरफ हैं तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय जनता दल के अनुभवी नेता और लालू प्रसाद यादव की विरासत के उत्तराधिकारी. दूसरी ओर हैं चिराग पासवान, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का युवा, तेजतर्रार और मीडिया फ्रेंडली चेहरा, जो अपने पिता रामविलास पासवान की राजनीतिक जमीन पर अपनी पहचान बना रहे हैं. क्या तेजस्वी का अनुभव और जातीय गठबंधन उन्हें फिर सत्ता में लाएगा या चिराग की युवा ऊर्जा और डिजिटल पकड़ बिहार की राजनीति में एक नई लहर लाएगी?