प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ 2025 में आने वाले सभी 13 अखाड़े वैसे तो खास हैं लेकिन श्री पंच अग्नि अखाड़े की बात ही अलग है. 1136 में स्थापित इस अखाड़े का मुख्य केंद्र काशी है और इनकी आराध्य देवी गायत्री हैं. इस अखाड़े की खासियत यह है कि यहां केवल ब्राह्मणों को ही सन्यास की दीक्षा दी जाती है, जो ब्रह्मचारी कहलाते हैं. अखाड़े में इनके लिए नियम कायदे भी बेहद सख्त हैं. मांस और मदिरा छूने मात्र से उन्हें अखाड़े से निष्कासित कर दिया जाता है.