वो शख्स जिसने कभी अपने शब्दों से हजारों लोगों को प्रभावित किया, अब किसी देश का नहीं रहा... कभी ‘धर्मगुरु’ कहे जाने वाले और अब भारत द्वारा ‘आतंकी विचारधारा फैलाने वाला भगोड़ा’ घोषित किए गए ज़ाकिर नाइक एक बार फिर सुर्खियों में हैं... इस बार वजह है- बांग्लादेश में उनकी वापसी, जहां उन्हें किसी और ने नहीं बल्कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने खुद आमंत्रित किया है. भारत में नाइक पर नफरत फैलाने, धार्मिक उन्माद भड़काने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. उनके संगठन Islamic Research Foundation (IRF) और टीवी चैनल Peace TV को भारत ने पहले ही बैन कर दिया है, लेकिन मलेशिया और अब बांग्लादेश में उन्हें 'इस्लामिक स्कॉलर' के रूप में मंच दिया जा रहा है. विडंबना यह है कि जिस व्यक्ति को 'hate speech' के लिए प्रतिबंधित किया गया था, वही अब Peace Conference का चेहरा बना बैठा है. स्टेट मिरर स्पेशल रिपोर्ट में आज हम आपको दिखाएंगे कि डोंगरी (मुंबई) के एक डॉक्टर से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर 'धार्मिक वक्ता' बनने तक, जाकिर नाइक का सफर कैसा रहा...