सोशल मीडिया पर 19 मिनट 34 सेकंड के नाम से वायरल वीडियो की चर्चा थमी भी नहीं थी कि अब 40 मिनट के एक नए कथित वीडियो को उसी से जोड़कर फैलाया जा रहा है. यूज़र्स लिंक और स्क्रीनशॉट मांग रहे हैं, जबकि वीडियो की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि AI फेक, क्लिकबेट और लाइक-शेयर की होड़ इस तरह की अफवाहों को बढ़ाती है, जिससे बदनामी, साइबर उत्पीड़न और मानसिक तनाव का खतरा बढ़ जाता है.