बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तस्वीर अब साफ़ होती जा रही है - यह मुकाबला केवल दो गठबंधनों के बीच नहीं, बल्कि दो पीढ़ियों और दो राजनीतिक दर्शन के बीच है. एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जिनका करिश्मा और राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव अब भी भारतीय राजनीति की सबसे बड़ी ताकत माना जाता है, तो दूसरी तरफ हैं तेजस्वी यादव - युवा चेहरे के रूप में बदलाव, रोजगार और नई राजनीति का प्रतीक बनकर उभरे नेता. जहां मोदी विकास और स्थिरता की राजनीति के प्रतीक हैं, वहीं तेजस्वी बेरोजगारी, पलायन और स्थानीय मुद्दों पर नई सोच का प्रतिनिधित्व करते हैं. आने वाला चुनाव इस बात की परीक्षा होगा कि क्या बिहार एक बार फिर मोदी लहर में बहता है या फिर तेजस्वी के युवा जोश और “बदलाव” के नारे से नया राजनीतिक अध्याय लिखता है.