अब इस्लाम के साथ श्री राम की कथा! उत्तराखंड के मॉर्डन मदरसे ने क्यों लिया ये फैसला?
उत्तराखंड के वक्फ बोर्ड ने मॉर्डन मदरसे की शुरुआत की है, जहां बच्चों को इस्लामी शिक्षा के साथ-साथ श्री राम की कथा पढ़ाई जाएगी. इतना ही नहीं, यहां बच्चों को वोकेशनल ट्रेनिंग भी दी जाएगी, ताकि वह नई स्किल्स सीख सकें.

उत्तराखंड में एक अनोखी पहल शुरू की जा रही है. जहां अब मदरसे में इस्लाम के साथ-साथ भगवान श्री राम की कथा पढ़ाई जाएगी. यह मदरसा अप्रैल के महीने में खुलेगा. इस मदरसे में संस्कृत की भी पढ़ाई होगी. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने घोषणा करते हुए कहा है कि राज्य का पहला मॉर्डन मदरसा मार्च तक तैयार हो जाएगा.
इसके बाद 1 अप्रैल से इसकी शुरुआत की जाएगी. इस आधुनिक मदरसे में इस्लामिक शिक्षा के अलावा, एनसीईआरटी पर आधारित विज्ञान और गणित भी पढ़ाया जाएगा.
प्रधानमंत्री का सपना होगा साकार
इस पर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि 'हम प्रधानमंत्री मोदी के उस सपने को साकार करेंगे, जिसमें मुस्लिम युवा एक हाथ में लैपटॉप और दूसरे हाथ में कुरान रखते हैं '. यह मदरसा देहरादून की मुस्लिम कॉलोनी में बनाया जा रहा है. जहां छात्रों को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ मॉर्डन टेक्नोलॉजी और वोकेशनल ट्रेनिंग भी मिलेगी.
मदरसे में दी जाएगी वोकेशनल ट्रेनिंग
मदरसों में बच्चों को पढ़ाने के लिए सेना और अन्य संस्थानों के ट्रेनर्स को बुलाया जाएगा. इसके जरिए छात्रों को फिजिकल ट्रेनिंग और नए स्किल्स सिखाए जाएंगे. इतना ही नहीं, इस मॉर्डन मदरसे में उर्दू के टीचर के अलावा अन्य भाषाओं के शिक्षक भी होंगे. वहीं, मदरसे की निगरानी वक्फ बोर्ड ही करेगा.
मदरसों का वैरिफिकेशन करवा रहा वक्फ बोर्ड
उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड राज्य के सभी मदरसों का वेरिफिकेशन करवा रहा है. जहां फर्जी मदरसों की पहचान की जाएगी. इसके बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि पिछले कई सालों से उत्तराखंड में उन मदरसों की पहचान की गई है, जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है. इतना ही नहीं, मदरसे में बच्चों के साथ मारपीट की जाती है, जिसके शिकायत पुलिस प्रशासन को की गई थी.
नैनीताल में मिला था मदरसा
नैनीताल में ऐसा ही मदरसा मिला था, जहां से प्रशासन ने बच्चों को रिकवर कर वापस उनके परिजनों के पास भिजवा दिया था। ऐसे में सरकार ने इन दिनों मदरसों के वैरीफिकेशन का अभियान चला रखा है.