चारधाम यात्रा पर जाने से पहले हो जाओ सावधान! उत्तराखंड सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए जारी की नई गाइडलाइंस
Char Dham Yatra 2025: उत्तराखंड सरकार ने चारधाम के लिए श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य एवं पर्यटन रजिस्ट्रेशन ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. यात्रा के दौरान पानी, संतुलित आहार और हल्के गर्म ड्रिंक का सेवन करना चाहिए. भक्तों के लिए यात्रा मार्ग पर हेल्थ चेकअप कैंप भी लगाए गए हैं, जहां वह अगर तबियत बिगड़ती है तो अपना इलाज करा सकते हैं.

Char Dham Yatra 2025: उत्तराखंड के चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है. इस बार उम्मीद लगाई जा रही है कि पिछले साल के सारे रिकॉर्ड टूटने वाले हैं. भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए यात्री तैयारी में जुटे गए हैं. प्रशासन की ओर से यात्रा को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की गई है. इसलिए उत्तराखंड जाने से पहले एक बार इन बातों का जरूर ध्यान रखें.
चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन की ओर से हेल्थ एडवाइडरी जारी की गई है. चारधाम में यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ शामिल हैं. भक्तों को यात्रा परमिट के साथ हेल्थ चेकअप कराना भी अनिवार्य जरूरी होगा. इसे पहले मंदिर प्रशासन ने रील्स और यूट्यूब वीडियो बनाने वाले को प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का एलान किया था.
कब से खुल रहे कपाट?
अक्षय तृतीया के अवसर पर उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलेंगे. रुद्रप्रयाग जिले स्थित केदारनाथ के कपाट 2 मई को, चमोली जिले में बदरीनाथ के कपाट 4 मई को खुलेंगे. वहीं हेमकुंड साहिब की यात्रा 25 मई से शुरू होगी. प्रशासन ने ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की है, जिससे इंटरनेट न चलने पर भी श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो.
चारधाम यात्रा की गाइडलाइंस
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम के लिए श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य एवं पर्यटन रजिस्ट्रेशन ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. यात्रा के दौरान पानी, संतुलित आहार और हल्के गर्म ड्रिंक का सेवन करना चाहिए. भक्तों के लिए यात्रा मार्ग पर हेल्थ चेकअप कैंप भी लगाए गए हैं, जहां वह अगर तबियत बिगड़ती है तो अपना इलाज करा सकते हैं. प्रशासन ने चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को शराब, कैफीन वाली चीजों का सेवन नहीं करना है. साथ ही नींद की गोलियां या तेज दर्द दवाएं भी ना लें. स्मोकिंग करने को भी बना किया गया है.
रील्स वालों को नहीं मिलेगी एंट्री
केदारनाथ और बद्रीनाथ में पंडा समाज और तीर्थ पुरोहित समाज ने मंदिर परिसरों में रील्स बनाने और यूट्यूबर वीडियो बनाने वाले लोगों की एंट्री पर बैन लगाने का एलान किया है. इससे अव्यवस्था फैलती है और श्रद्धालुओं को दर्शन में परेशानी होती है. कुछ लोग रील्स बनाने के लिए अश्लील हरकत पर भी करने लगते हैं. पिछले साल सोशल मीडिया पर केदारनाथ धाम के बहुत से वीडियो सामने आए, जिसमें लोग दर्शन करने कम बल्कि वीडियो बनाने के मकसद से ज्यादा गए थे.