फेमस होना चाहती थी महिला, उठाया ये कदम; अब सोशल मीडिया पर मांग रही माफी
सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए लोग कुछ भी करते हैं. हाल ही में उत्तराखंड के नैनीताल जिले से एक मामला सामने आया है, जहां पर एक महिला ने फेमस होने के लिए कुछ ऐसा कर दिया जो उसके लिए बहुत भारी पड़ा. वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया और कानूनी कार्रवाई शुरू की.

इन दिनो लोग सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए न जाने क्या-क्या करते है. हाल में उत्तराखंड के नैनीताल जिले से एक खबर सामने आई है, जहां पर एक महिला ने सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए ऐसी हरकत की, जिसने न केवल उसको नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसे कानूनी परेशानी में भी डाल दिया. महिला ने पुलिस की वर्दी पहनकर आपत्तिजनक और विवादास्पद वीडियो बनाए और उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड कर दिया. इसके बाद, नैनीताल पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया और महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की.
यह घटना नैनीताल जिले के कालाढूंगी थाना क्षेत्र की है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, कालाढूंगी की एक महिला ने एक ई-कॉमर्स वेबसाइट से पुलिस की वर्दी मंगवाई और उसे पहनकर यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर आपत्तिजनक वीडियो बनाए. महिला का उद्देश्य केवल फेमस होना और सोशल मीडिया पर पैसे कमाना था. हालांकि, उसकी यह हरकत उसे भारी पड़ गई और सोशल मीडिया सेल द्वारा इसकी सूचना मिलने पर नैनीताल पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
पुलिस ने महिला को थाने बुलाया और वीडियो डिलीट करवाए
जांच के बाद, महिला को पुलिस ने कालाढूंगी थाने बुलाया और उससे यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर अपलोड किए गए वीडियो डिलीट करवाए. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने वर्दी केवल सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए पहनी थी और उसका कोई गलत उद्देश्य नहीं था. लेकिन सोशल मीडिया पर इस तरह की हरकतें न केवल पुलिस की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि यह समाज में गलत संदेश भी देती हैं.
पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने कही ये बात
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद नारायण मीणा ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल होने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि नैनीताल पुलिस का सोशल मीडिया सेल लगातार ऐसे आपत्तिजनक और भड़काऊ कंटेंट पर नजर रखता है. एसएसपी मीणा ने नागरिकों से अपील की कि वे सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेदारी से करें और किसी भी तरह से सरकारी संस्थाओं की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों में शामिल न हों.