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हरिद्वार में भूस्खलन का कहर: मनसा देवी पहाड़ी से रेलवे ट्रैक पर गिरा मलबा; देहरादून-हरिद्वार रेल सेवाएं ठप

उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. हरिद्वार के काली मंदिर के पास मनसा देवी पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा ढह गया, जिससे भीमगोड़ा रेलवे ट्रैक पर मलबा गिर गया और देहरादून-हरिद्वार रेल मार्ग ठप हो गया. मलबा हटाने और मरम्मत का काम शुरू हो गया है, हालांकि रेल सेवाओं में बाधा अभी बनी रहेगी. प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करने की अपील की है. विशेषज्ञों के अनुसार मानसून के दौरान पहाड़ों में पानी के रिसाव और मिट्टी के ढीले होने से भूस्खलन की घटनाएं सामान्य हैं.

हरिद्वार में भूस्खलन का कहर: मनसा देवी पहाड़ी से रेलवे ट्रैक पर गिरा मलबा; देहरादून-हरिद्वार रेल सेवाएं ठप
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( Image Source:  X/vivek4news )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 8 Sept 2025 10:41 AM

उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश ने कहर मचा रखा है. पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी घटनाओं ने जनजीवन और यातायात दोनों प्रभावित किए हैं. अब हरिद्वार में काली मंदिर के पास मनसा देवी पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे भीमगोड़ा रेलवे ट्रैक पर मलबा गिर गया और देहरादून-हरिद्वार रेल मार्ग पूरी तरह ठप हो गया.

पहाड़ी का हिस्सा गिरने से मिट्टी और चट्टानों का तेज बहाव रेलवे ट्रैक और सुरंग के पास जमा हो गया. मलबे की इतनी भारी चपेट में ट्रैक पर लगे लोहे के सुरक्षा जाल भी क्षतिग्रस्त हो गए. इसके कारण कई ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया और इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले भी इसी स्थान पर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा गिर चुका था.

मलबा हटाने का काम शुरू

स्थानीय प्रशासन को घटना की जानकारी मिलते ही मरम्मत टीम मौके पर पहुंची. टीम ने ट्रैक पर पड़े मलबे को हटाने और क्षतिग्रस्त हिस्सों का आकलन शुरू कर दिया है. राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई. फिलहाल रेल यातायात पूरी तरह ठप है और कई ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दिया गया है.

स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल

कुछ दिन पहले भी पहाड़ी का हिस्सा खिसकने की घटना हो चुकी थी, जिससे स्थानीय लोग पहले ही चिंतित थे. लगातार बारिश और भूस्खलन की आशंका के कारण प्रशासन पहले ही अलर्ट पर था, लेकिन अचानक यह हादसा हुआ. विशेषज्ञों के अनुसार मानसून के दौरान पहाड़ों में पानी के रिसाव और कंपन से मिट्टी ढीली हो जाती है, जिससे भूस्खलन की घटनाएं आम हो जाती हैं. हरिद्वार जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों में यह यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन सकता है.

रेलवे ट्रैक की मरम्मत में लगेगा समय

रेलवे विभाग ने मलबा हटाने और ट्रैक की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है. हालांकि, ट्रैक पूरी तरह से दुरुस्त होने में कई घंटे या 1-2 दिन लग सकते हैं. इस दौरान रेल सेवाओं में बाधा बनी रहेगी.

प्रशासन ने यात्रियों से की अपील

स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और रेलवे द्वारा जारी आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें. साथ ही, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले स्थिति की जांच कर लें और आवश्यक सावधानियां बरतें.

उत्तराखंड न्‍यूज
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