'तंग आ चुकी थी... इसलिए मार डाला', उत्तराखंड में पत्नी ने भाई और जीजा संग मिलकर पति को उतारा मौत के घाट
हत्या के बाद, खुद को निर्दोष साबित करने के लिए पिंकी ने अगली सुबह पुलिस को एक तहरीर दी जिसमें उसने किसी अज्ञात व्यक्ति पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाया. जब पुलिस ने मृतक के ससुर मुनेश्वर लाल से पूछताछ की, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी. उसने बताया कि उसकी बेटी पिंकी, उसका बेटा गोविंद और दामाद प्रमोद तीनों ने मिलकर कमलेश की हत्या की.
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने पति की हत्या केवल इसलिए कर दी क्योंकि वह उसकी शराब पीने की आदत और घरेलू हिंसा से परेशान हो चुकी थी. यह मामला किच्छा कोतवाली क्षेत्र के कलकत्ता चौकी अंतर्गत आने वाले धाधाफार्म इलाके का है, जहां मृतक का शव एक अमरूद के बगीचे में पाया गया.
पुलिस जांच में जो बातें सामने आईं, वो चौंकाने वाली हैं. मृतक कमलेश की पत्नी पिंकी देवी ने कबूल किया कि उसका पति शराब पीकर अक्सर उसके साथ मारपीट करता था और उस पर चरित्र को लेकर झूठे आरोप लगाता था. यही नहीं, वह बार-बार दूसरे पुरुषों से उसके अवैध संबंध होने का शक भी करता था, जिससे तंग आकर पिंकी ने एक खौफनाक योजना बना डाली.
गला घोंटकर की गई हत्या
पिंकी ने अपने ही दो नज़दीकी रिश्तेदारों अपने भाई गोविंद और साढ़ू भाई प्रमोद के साथ मिलकर 30 जुलाई की रात को कमलेश की हत्या कर दी. तीनों ने मिलकर कमलेश का गला उसके ही गमछे से घोंट दिया और फिर उसका शव पास के अमरूद के बगीचे में ले जाकर फेंक दिया ताकि लगे कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या की है.
पहले दी गई थी झूठी तहरीर
हत्या के बाद, खुद को निर्दोष साबित करने के लिए पिंकी ने अगली सुबह पुलिस को एक तहरीर दी जिसमें उसने किसी अज्ञात व्यक्ति पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाया. उसने यह जताने की कोशिश की कि उसका पति किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा मारा गया है. लेकिन पुलिस की सतर्कता और सटीक जांच के कारण सच्चाई जल्दी सामने आ गई.
पुलिस की सक्रिय जांच और खुलासा
31 जुलाई को पुलिस को जब इस घटना की सूचना मिली तो कलकत्ता चौकी प्रभारी ओमप्रकाश नेगी तुरंत मौके पर पहुंचे. मृतक को उसके परिजनों के साथ किच्छा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि कमलेश की मौत गला घोंटने से हुई थी. इसके बाद एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें सीओ भूपेंद्र धौनी के नेतृत्व में जांच शुरू हुई. पुलिस टीम ने इलाके के करीब 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और फॉरेंसिक साइंस टीम के सहयोग से मौके से अहम सबूत जुटाए.
पिता के बयान ने खोल दी साजिश की परतें
जब पुलिस ने मृतक के ससुर मुनेश्वर लाल से पूछताछ की, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी. उसने बताया कि उसकी बेटी पिंकी, उसका बेटा गोविंद और दामाद प्रमोद तीनों ने मिलकर कमलेश की हत्या की और सुबह उसके शव को बगीचे में फेंक दिया. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों पिंकी, गोविंद और प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया गमछा भी बरामद कर लिया गया है. इसके बाद तीनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.





