उत्तराखंड के कौन कौन से गांव को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार?
उत्तराखंड को पर्यटन के लिए सबसे बढ़िया स्थान माना जाता है। यहां हरिद्वार में मां गंगा है और यहीं से हिमालय रेंज की शुरुआत होती है। कहा जाए तो उत्तराखंड में गंगा की गोद और हिमालय की छाया है। अब उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र को लेकर एक खुशखबरी आई है। उत्तराखंड की धामी सरकार भी पर्यटन प्रदेश बनाने की मुहिम अब धीरे धीरे रंग लाने लगी है।

उत्तराखंड को पर्यटन के लिए सबसे बढ़िया स्थान माना जाता है। यहां हरिद्वार में मां गंगा है और यहीं से हिमालय रेंज की शुरुआत होती है। कहा जाए तो उत्तराखंड में गंगा की गोद और हिमालय की छाया है। ऋषिकेश में लोग राफ्टिंग का आनंद लेते हैं। टिहरी झील में लोग वोट हाउस का आनंद लेते हैं। साथ ही पर्यटक फूलों की घाटी, औली और माणा गांव घूमने जाते हैं। साथ ही चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के दर्शन करने श्रद्धालु आते हैं। अब उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र को लेकर एक खुशखबरी आई है। उत्तराखंड की धामी सरकार भी पर्यटन प्रदेश बनाने की मुहिम अब धीरे धीरे रंग लाने लगी है।
ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से उत्तराखंड के चार गांवों को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। आगामी 27 सितंबर को नई दिल्ली में यह पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।
बता दें, भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय हर साल नेशनल लेवल पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता का आयोजन करती है। इस प्रतियोगिता में राज्यों की संस्कृति, प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, समुदाय आधारित मूल्यों व जीवन शैली को बढ़ावा देने एवं आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को इसमें जांचा परखा जाता है। इन्हीं विषयों को लेकर आवेदन मंगवाई जाती है। इस वर्ष आवेदन के आधार पर उत्तराखंड के चार गांवों का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है।
कौन कौन से हैं गांव?
उत्तरकाशी के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, हर्षिल गांव को वाइब्रेंट विलेज, पिथौरागढ़ जिले के सीमान्त गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज और नैनीताल जिले के सूपी गांव को कृषि पर्यटन के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार के लिए चुना गया है।
सीएम पुष्कर धामी ने क्या कहा?
उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी ने सभी ग्रामवासियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्यटन विकास में आम जनता और वहां के निवासियों की अहम भूमिका है। उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश के रूप में स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है, इसके लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, लेकिन राज्य की देवतुल्य जनता के सहयोग से ही यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।