क्या इंश्योरेंस कवर करता है बंजी जंपिंग? ऋषिकेश हादसे में यूजर्स ने उठाए सवाल, डीएम ने दिए जांच के निर्देश
ऋषिकेश में बंजी जंपिंग के दौरान हुए हालिया हादसे ने देशभर में एडवेंचर स्पोर्ट्स की सेफ्टी को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. एक युवक के साथ तब बड़ा हादसा हो गया जब जंप के दौरान उसकी रस्सी अचानक हवा में ही टूट गई. जहां यूजर ने सवाल उठाया कि इंश्योरेंस बंजी जंपिंग कवर करता है?
ऋषिकेश में दोस्तों संग घूमने निकला सोनू कुमार शायद कभी नहीं सोच सकता था कि एक एडवेंचर्स दिन उसकी ज़िंदगी बदल देगा. थ्रिल फैक्टरी नाम के एडवेंचर स्पॉट पर वह बंजी जंप के लिए तैयार हुआ, लेकिन कुछ ही सेकंड में उसकी खुशी चीखों में बदल गई. जब सोनू ने छलांग लगाई, तभी उसे थामने वाली रस्सी अचानक टूट गई.
यह पूरा हादसा वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. इसके बाद लोगों का एडवेंचर स्पोर्ट्स पर से भरोसा उठ गया. सबसे ज़्यादा चर्चा जिस बात की हो रही है, वह यह कि क्या ऐसे हादसों में हेल्थ या ट्रैवल इंश्योरेंस असलियत में काम आता है या लोग अपनी जान जोखिम में डालते हुए किसी सेफ्टी के बिना ही कूद रहे हैं?
बंजी जंपिंग के दौरान टूटी रस्सी
सोनू की बंजी जंपिंग करते वक्त रस्सी टूट गई और वह सीधे 180 फीट से नीचे गिर पड़ा. घायल सोनू को तुरंत एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. डॉक्टरों की मानें तो उसके सीने और बाएं हाथ में गंभीर चोटें हैं और हालत नाज़ुक बनी हुई है.
एम्बुलेंस तक नहीं थी
हादसे के बाद एक चश्मदीद ने चौंकाने वाली बात बताई. थ्रिल फैक्टरी के पास किसी भी आपात स्थिति के लिए एम्बुलेंस नहीं थी. सोनू खून से लथपथ था और तेज़ दर्द में तड़प रहा था. ऐसे में उस व्यक्ति ने अपनी खुद की गाड़ी से उसे अस्पताल पहुंचाया. उसकी बातों से साफ है कि वहां सेफ़्टी के नाम पर कुछ भी नहीं था.
क्या इंंश्योरेंस करता है कवर?
हादसे के बाद कई यूजर्स ने खुलकर लिखा कि भारत में एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए न तो ठोस नियम हैं और न ही कोई ऐसी व्यवस्था जो किसी दुर्घटना की स्थिति में तुरंत सहायता सुनिश्चित कर सके. कुछ लोगों ने तो यह तक दावा किया कि बंजी जंपिंग जैसी हाई-रिस्क गतिविधियों को सामान्य हेल्थ इंश्योरेंस कवर ही नहीं करता.
डीएम ने दिए जांच के निर्देश
मामला गंभीर होते देख टिहरी गढ़वाल की डीएम निकिता खंडेलवाल ने तुरंत जांच के आदेश दे दिए और एडवेंचर स्पॉट की सभी गतिविधियां फिलहाल रोक दी गई हैं. यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि रोमांच का मज़ा तभी तक अच्छा है, जब तक सुरक्षा उसके साथ खड़ी हो.





