Begin typing your search...

गाय का दूध पीने से महिला की मौत! अस्पतालों के चक्कर काटती रही लेकिन नहीं मिला इलाज

महिला के अलावा पशुपालक के परिवार के अन्य सदस्यों ने भी गाय का दूध पीया था, लेकिन गाय की मौत के बाद उन्होंने इंजेक्शन लगवा लिया, जिससे उनकी जान बच गई. महिला की मौत के बाद गांव के 10 लोगों ने रेबीज का इंजेक्शन लगवाया गया है.

गाय का दूध पीने से महिला की मौत! अस्पतालों के चक्कर काटती रही लेकिन नहीं मिला इलाज
X
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 21 March 2025 9:34 AM

उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां गाय का दूध को पोषक तत्व के तौर पर देखा जाता है, वहीं यह एक महिला के लिए जहर बन गया जिसे पीते ही उसकी मौत हो गई. गाय का दूध का सेवन जो आमतौर से सभी घरों में इस्तेमाल किया जाता है. वह एक महिला की मौत का कारण बन गया जिससे उसके घर में हड़कंप मच गया.

इस मौत का कारण है रैबीज. जो गाय के दूध के माध्यम से महिला के शरीर में फैल गया. दरअसल गाय को एक कुत्ते ने काटा था जिससे उसे रैबीज हो गया. वहीं उस गाय का दूध पीने वालों को भी इस रैबीज का इन्फेक्शन हो गया. महिला के अलावा पशुपालक के परिवार के अन्य सदस्यों ने भी गाय का दूध पीया था, लेकिन गाय की मौत के बाद उन्होंने इंजेक्शन लगवा लिया, जिससे उनकी जान बच गई. महिला की मौत के बाद गांव के 10 लोगों ने रेबीज का इंजेक्शन लगवाया गया है.

खीज का किया था सेवन

वहीं, अन्य लोगों में भी रेबीज की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने गांव में टीम भेजकर इंजेक्शन लगाने शुरू कर दिए हैं. ग्रामीणों के मुताबिक, जेवर थाना क्षेत्र के थोरा गांव निवासी मुकेश सिंह के पड़ोस में रहने वाली महिला के घर में करीब दो माह पहले गाय ने बछड़े को जन्म दिया था. मुकेश की 40 वर्षीय पत्नी ने बछड़े के जन्म के बाद निकाले दूध का सेवन कर लिया था. फिर करीब डेढ़ महीने के बाद गाय में रेबीज के सिन्टम्स दिखे तो पशुपालक ने निजी पशु चिकित्सक से उसका इलाज कराया. पशु चिकित्सक की सलाह पर गौपालक परिवार के तीन सदस्यों को तो रेबीज का इंजेक्शन लग गया, लेकिन सीमा को इंजेक्शन नहीं लगा.

रौशनी और पानी लगने लगा था डर

हालांकि मामला तब बिगड़ा जब मृतक सीमा को को बीते सोमवार को रौशनी और पानी से डर लगने लगा. अचानक उलटी होने पर घरवाले उसे अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज करने से मना कर दिया और उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद उसे दिल्ली के सफदरगंज रेफर कर दिया गया जहां वहां भी उसका इलाज करने से मना कर दिया गया.

महिला की मौत से टूटा परिवार

आरोप है कि इस दौरान किसी भी अस्पताल ने यह देखना भी जरुरी नहीं समझा कि महिला को रेबीज है या नहीं. इसके बाद वसंत कुंज के एक अन्य अस्पताल ने महिला को रेबीज और उसकी हालत गंभीर बताकर घर ले जाने की सलाह दे दी. गुरुवार सुबह सीमा की मौत हो गई. महिला की मौत से टूटे परिवार ने सरकार से आर्थिक मदद की गुहार की है है. सीमा और मुकेश के दो बेटियां और एक बेटा है.

UP NEWS
अगला लेख