कौन है गाजियाबाद क्राइम ब्रांच हेड सिद्दीकी जो निकला छांगुर का गुर्गा? मुस्लिम देशों से 200 करोड की फंडिंग लेने का भी आरोप
Ghaziabad News: यूपी के गाजियाबाद जिले के क्राइम ब्रांच हेड इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी पर सनसनीखेज आरोप लगे हैं. सिद्दीकी पर मेरठ से लापता हुई लड़की को धमकाने और धर्मांतरण में लिप्त होने का आरोप है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक वह कुख्यात बदमाश छांगुर से मिला हुआ था और एक पीड़ित महिला को धमकाने की कोशिश की थी.

उत्तर प्रदेश पुलिस एक बार फिर कटघरे में है. गाजियाबाद के क्राइम ब्रांच हेड अब्दुल रहमान सिद्दीकी पर आरोप है कि वो न सिर्फ बदमाशों से मिला हुआ था बल्कि पीड़ित महिला को ही धमकाने का भी उस पर आरोप है. साथ ही धर्मांतरण के आरोपियों को संरक्षण देता था. यह मामला सामने आने के बाद यूपी में सियासत भी चरम पर पहुंच गया है. प्रशासनिक हलकों में तो हड़कंप की स्थिति है. आखिर कौन है सिद्दीकी और क्या है पूरा मामला, जानें विस्तार से.
कौन है सिद्दीकी?
इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी गाजियाबाद क्राइम ब्रांच का हेड बताया जाता है, जो अब तक कई बड़े मामलों की जांच कर चुका है, लेकिन हालिया खुलासों ने उसकी पूरी साख पर सवालिया निशान लगा दिया है. बताया जा रहा है कि सिद्दीकी का संबंध गाजियाबाद के कुख्यात बदमाश 'छांगुर' से था, जो संगठित अपराध और अवैध कब्जों के मामलों में कई बार जेल जा चुका है.
मेरठ की पीड़िता को धमकाने का आरोप?
यह मामला मेरठ की एक महिला पीड़िता से जुड़ा है, जिसने छांगुर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. आरोप है कि इस केस की जांच कर रहे सिद्दीकी ने ही पीड़िता को फोन कर धमकाया और मामला वापस लेने का दबाव डाला. पीड़िता ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की और ऑडियो क्लिप भी सौंपी, जिसमें कथित तौर पर सिद्दीकी की धमकी भरी आवाज है.
सिद्दीकी लाइन हाजिर, जांच शुरू
एसएसपी गाजियाबाद ने इस पूरे मामले पर जांच बैठा दी है. दूसरी तरफ इंस्पेक्टर सिद्दीकी को सस्पेंड कर दिया गया है. यह मामला सामने आने के बाद पीड़िता की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. प्राथमिक जांच में आरोपों को गंभीर माना गया है और सिद्दीकी की कॉल डिटेल्स और ऑडियो क्लिप की जांच की जा रही है.
क्या है मामला?
दरअसल, यह मामला साल 2019 का है, जब मेरठ के सिविल लाइन थाने में तैनात इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी पर एक लापता लड़की के मामले में उचित जांच न करने का आरोप लगा था. पीड़ित परिवार का दावा है कि छांगुर बाबा गैंग के सदस्य बदर अख्तर सिद्दीकी ने उनकी बेटी को मॉडलिंग और बेहतर जीवन का लालच देकर अपने जाल में फंसाया और फिर उसका अपहरण कर लिया. परिवार का कहना है कि जब उन्होंने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की तो अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने न केवल जांच में लापरवाही बरती, बल्कि उन्हें चुप रहने और शिकायत वापस लेने की धमकी भी दी.
छांगुर बाबा गैंग और गाजियाबाद कनेक्शन
छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन और उसके सहयोगी बदर अख्तर सिद्दीकी पर आरोप है कि उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की हिंदू और सिख लड़कियों को निशाना बनाकर प्रेमजाल, धमकी और नशीले पदार्थों का इस्तेमाल कर उनका धर्मांतरण कराया था. गाजियाबाद के गोविंदपुरम इलाके से एक पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी 2019 से लापता है और बदर अख्तर सिद्दीकी ने उसे दुबई ले जाने का झांसा देकर गायब कर दिया. परिवार का दावा है कि इस गैंग ने 18 से 25 साल की 7 से 8 अन्य हिंदू लड़कियों को भी इसी तरह गायब किया है.
उत्तर प्रदेश एटीएस ने 5 जुलाई 2025 को छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को लखनऊ से गिरफ्तार किया था. जांच में पता चला कि दोनों के नेटवर्क को पाकिस्तान, दुबई, सऊदी अरब और तुर्की से 100-200 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग मिली थी, जिसका उपयोग धर्मांतरण और देशविरोधी गतिविधियों में किया गया. गाजियाबाद में इस रैकेट का संचालन बदर अख्तर सिद्दीकी कर रहा था.