ताजमहल में 'शिव तांडव' का पाठ करने वाली कथावाचिका बाल विदुषी लक्ष्मी कौन? Viral Video ने फिर बिगाड़ा माहौल
आगरा के ताजमहल में कथावाचिका बाल विदुषी लक्ष्मी का ‘शिव तांडव’ पाठ करते हुए वीडियो वायरल हो गया है. वीडियो में उन्होंने ताजमहल को ‘तेजोमहालय’ बताया, जिसके बाद विवाद भड़क गया. 15 साल की बाल विदुषी लक्ष्मी का असली नाम लक्ष्मी भारद्वाज है. आइए इस खबर में उनके बारे में विस्तार से जानते हैं.
उत्तर प्रदेश के आगरा के विश्वप्रसिद्ध ताजमहल (Taj Mahal) एक बार फिर विवादों में घिर गया है. इस बार वजह कोई फिल्म या राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि एक नाबालिग कथावाचिका बाल विदुषी लक्ष्मी (Bal Vidushi Lakshmi) हैं. सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे ताजमहल के भीतर खड़ी होकर ‘शिव तांडव स्तोत्र’ का पाठ करती नजर आ रही हैं.
यह वीडियो फिल्म ‘द ताज स्टोरी’ के समर्थन में रिकॉर्ड किया गया बताया जा रहा है. वीडियो में लक्ष्मी कहती हैं कि “यह ताजमहल नहीं, तेजोमहालय है” और वह इसे भोलेनाथ की कृपा मानती हैं कि उन्हें पहली बार “तेजोमहालय के दर्शन” करने का अवसर मिला. वीडियो के सामने आने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और ताज सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है.
‘तेजोमहालय’ बोलते हुए किया शिव तांडव का पाठ
1 मिनट 10 सेकेंड लंबे इस वीडियो में बाल विदुषी लक्ष्मी ने ताजमहल को तेजोमहालय बताते हुए शिव तांडव स्तोत्र का पाठ किया. वीडियो मंगलवार, 4 नवंबर को उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया गया. इसके साथ उन्होंने लिखा -“आप सभी लोग ‘द ताज स्टोरी’ फिल्म ज्यादा से ज्यादा देखें और अपने इतिहास को जानें.”
उन्होंने वीडियो में कहा कि “यह कैसा मकबरा है, जिसमें कमल के फूल बने हैं, पास में नदी है. फिल्म में ताजमहल की असली कहानी दिखाई गई है. यह ताजमहल नहीं, तेजोमहालय है. भोलेनाथ की कृपा से मैंने पहली बार तेजोमहालय के दर्शन किए.”
संत समाज ने किया समर्थन, एएसआई जांच में जुटा
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, संत समाज और हिंदू संगठनों ने लक्ष्मी के समर्थन में मोर्चा खोल दिया. महंत मोहिनी बिहारी शरण जी महाराज ने इसे “सच्चाई का उद्घोष” बताया, जबकि कुंवर अजय तोमर ने कहा, “बाल विदुषी ने सच्चाई का बिगुल बजाया है.” वहीं दूसरी ओर, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के नियमों के अनुसार किसी भी संरक्षित स्मारक में धार्मिक अनुष्ठान या पाठ करना प्रतिबंधित है. एएसआई के अधिकारी प्रिंस बाजपेई ने बताया कि “मामले की जांच शुरू कर दी गई है और ताज सुरक्षा कर्मियों से जवाब तलब किया गया है कि वीडियो परिसर के अंदर कैसे रिकॉर्ड हुआ.”
विवादित बयान और पहले के घटनाक्रम
बाल विदुषी लक्ष्मी कथावाचिका हैं और उन्होंने 11 साल की उम्र तक 35 से अधिक श्रीमद्भागवत कथाएं सुनाई हैं. हाल ही में उन्होंने आगरा के शमशाबाद में विवादित बयान भी दिया था, जिसमें कहा था कि “मुसलमान व्यापार में हिंदू देवी-देवताओं के नाम का इस्तेमाल करते हैं.” इससे पहले भी ताजमहल परिसर में धार्मिक वेशभूषा या प्रतीक लेकर जाने पर कई विवाद हो चुके हैं. कभी रामनामी दुपट्टे उतरवाने का मामला सामने आया, तो कभी नमाज पढ़ते युवक का वीडियो वायरल हुआ.
सोशल मीडिया पर तेजोमहालय बनाम ताजमहल की नई बहस
लक्ष्मी के वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर “#Tejomahalay” और “#TajMahal” ट्रेंड करने लगे. कुछ लोगों ने इसे “असली इतिहास की पहचान” कहा, जबकि कईयों ने इसे एएसआई नियमों का उल्लंघन बताते हुए कार्रवाई की मांग की. वीडियो के साथ ही फिल्म ‘द ताज स्टोरी’ को लेकर भी उत्सुकता बढ़ गई है, जिसमें परेश रावल मुख्य भूमिका में हैं और जो ताजमहल के इतिहास पर आधारित बताई जा रही है.
बाल विदुषी लक्ष्मी के बारे में
15 साल की बाल विदुषी लक्ष्मी का असली नाम लक्ष्मी भारद्वाज है. वह एक युवा और कथावाचिका हैं. उन्होंने सिर्फ 3 साल की उम्र में भक्ति के क्षेत्र में कदम रखा. 11 साल की आयु तक 35 से अधिक श्रीमद्भागवत कथाएं कर चुकी हैं. लक्ष्मी जी ने विभिन्न धार्मिक आयोजनों में श्रीमद्भागवत कथा, राम कथा और कृष्ण कथा का वाचन किया है, जिससे उन्होंने समाज में धार्मिक जागरूकता और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा दिया है.





