'मां के पास जाना है, पासपोर्ट रख लिया है और मारने की धमकी दे रहा है'; Viral Video पर सऊदी पुलिस ने क्या कहा?
सऊदी अरब में फंसे उत्तर प्रदेश के एक युवक का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उसने पासपोर्ट जब्त करने और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है. वीडियो पर कार्रवाई करते हुए भारतीय दूतावास ने युवक की तलाश शुरू की, जबकि सऊदी पुलिस ने इसे ‘फेक’ बताते हुए व्यूज़ बढ़ाने की कोशिश बताया.
सऊदी अरब में एक भारतीय प्रवासी का दर्दनाक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले इस व्यक्ति ने वीडियो में दावा किया कि उसे जबरन बंधक बनाकर रखा गया है और उसका पासपोर्ट एक “कपिल” नाम के व्यक्ति ने छीन लिया है. वीडियो में वह फूट-फूटकर रोता नजर आता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाता है.
यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया है जब सऊदी अरब ने हाल ही में दशकों पुराने कफाला सिस्टम को खत्म करने की घोषणा की है- यह वही प्रणाली थी, जिसमें नियोक्ता को विदेशी मजदूरों के वीज़ा और यात्रा की पूरी शक्ति मिलती थी. आलोचकों ने इसे आधुनिक गुलामी करार दिया था.
'कपिल ने पासपोर्ट रख लिया, मारने की धमकी दे रहा है'
दिल्ली स्थित एक वकील द्वारा शेयर किए गए वीडियो में व्यक्ति भोजपुरी में बोलते हुए कहता है, 'मेरा गांव इलाहाबाद में है. मैं सऊदी अरब आया था. कपिल ने मेरा पासपोर्ट रख लिया है. मैंने कहा कि घर जाना है, लेकिन वह मुझे मारने की धमकी दे रहा है. वीडियो में वह भावुक होकर कहता है कि यह वीडियो अधिक से अधिक शेयर किया जाए ताकि प्रधानमंत्री मोदी तक उसकी बात पहुंचे.
“भाइयों, यह वीडियो इतना शेयर करो कि यह प्रधानमंत्री तक पहुंच जाए. मैं मर जाऊंगा, मेरी मां को देखने की आखिरी इच्छा है.” वीडियो में पीछे ऊंट दिखाई देता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह किसी रेगिस्तानी इलाके में है. हालांकि, India Today ने इस वीडियो की सत्यता की स्वतंत्र पुष्टि नहीं की है. भारतीय दूतावास ने की कार्रवाई, कहा-“लोकेशन की जानकारी नहीं”
वीडियो वायरल होने के बाद भारत के विदेश मंत्रालय और रियाद स्थित भारतीय दूतावास ने इस पर तत्काल संज्ञान लिया. दूतावास ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि दूतावास उस व्यक्ति की लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, वीडियो में सऊदी अरब के किसी प्रांत, संपर्क नंबर या नियोक्ता की जानकारी नहीं दी गई है, जिससे आगे की कार्रवाई फिलहाल संभव नहीं है.”
सऊदी पुलिस ने बताया फर्जी वीडियो, कहा-“व्यूज़ बढ़ाने के लिए बनाया गया”
इस बीच, सऊदी अरब के ईस्टर्न रीजन पुलिस विभाग ने इस वीडियो को “बेसलेस” बताया. “एक प्रवासी द्वारा जारी यह वीडियो निराधार है. उसने इसे सोशल मीडिया अकाउंट पर व्यूज़ बढ़ाने के लिए रिकॉर्ड किया था,” सऊदी पुलिस ने बयान में कहा. यह घटना ऐसे वक्त आई है जब सऊदी अरब ने कफाला सिस्टम को खत्म कर प्रवासी मजदूरों को नई श्रम स्वतंत्रता दी है.
यह सिस्टम नियोक्ता को यह अधिकार देता था कि वह मजदूर की नौकरी बदलने या देश छोड़ने की अनुमति दे या न दे. इस प्रणाली के कारण लाखों प्रवासी श्रमिक, ज्यादातर भारत, पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देशों से शोषण और अत्याचार का शिकार होते रहे हैं. अब नई व्यवस्था के तहत मजदूर बिना नियोक्ता की अनुमति के नौकरी बदल सकते हैं और देश से बाहर भी जा सकते हैं.
प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा पर फिर उठा सवाल
यह वीडियो एक बार फिर उस जमीनी सच्चाई को उजागर करता है कि खाड़ी देशों में अब भी कई भारतीय मजदूर एजेंटों और नियोक्ताओं के बीच फंसकर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. भारतीय सरकार और दूतावास लगातार ऐसी घटनाओं में हस्तक्षेप करते हैं, लेकिन वीडियो जैसे प्रमाण मिलने पर ही खोजबीन शुरू हो पाती है.





