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लड़कियों को किडनैप कर सरोगेट मदर बनाने का रैकेट, ऐसे हुआ गैंग का पर्दाफाश

यूपी, दिल्ली से लेकर राजस्थान तक फैले खौफनाक गैंग का खुलासा हुआ है, जो गरीब और मासूम लड़कियों को अगवा कर उन्हें जबरन सरोगेसी के नाम पर बच्चा पैदा करने की मशीन बना देता था. यह धंधा मेडिकल प्रैक्टिस की आड़ में चल रहा था. मानव तस्करी का ये खेल. जानिए कैसे हुआ इसका पर्दाफाश और कौन है इस काले कारोबार का मास्टरमाइंड?

लड़कियों को किडनैप कर सरोगेट मदर बनाने का रैकेट, ऐसे हुआ गैंग का पर्दाफाश
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( Image Source:  Meta AI )

गरीब और मासूम लड़कियों को जबरन सरोगेट मदर बनाने का खेल लंबे अरसे से यूपी, दिल्ली एनसीआर से लेकर राजस्थान के कोने-कोनें तक चल रहा था. इस कारोबार में एक ऐसा गैंग सक्रिय था जो महिलाओं को अगवा करता था. फिर उसका मानसिक और शारीरिक शोषण करता था. फिर उन्हें जबरन सरोगेट मदर बनवाता था.

अब इस मामले में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की पुलिस ने पिपराइच से अगवा की गई एक नाबालिग लड़की के मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि लड़की की शादी के लिए नहीं बल्कि उसे जबरन मां बनाने यानी सरोगेट मदर के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए सौदा किया गया था. इस खुलासे ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है.

यूपी पुलिस के मुताबिक यह पूरा मामला एक संगठित गिरोह से जुड़ा है. इस गिरोह में शामिल लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से लड़कियों का अपहरण कर उन्हें निसंतान दंपतियों को सरोगेट मदर के रूप में बेच देता था. यह गैंग नाबालिग लड़कियों को पहले अगवा करता, फिर उन्हें बंद कमरे में रखकर मानसिक रूप से तैयार करता था. सौदा तय होते ही लड़कियों को राजस्थान जैसे राज्यों में भेज दिया जाता था.

पुलिस ने मास्टरमाइंड को ऐसे दबोचा

यूपी पुलिस के अनुसार इस गैंग का मास्टरमाइंड मोहर्रम उर्फ राल है, जो महराजगंज जिले के निचलौल थाना क्षेत्र के बुढाडीह गांव का रहने वाला है. पिपराइच पुलिस ने 12 जुलाई की रात तिकोनिया जंगल में मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार किया. उसके कब्जे से अगवा की गई लड़की को भी सुरक्षित बरामद कर लिया गया. पुलिस की पूछताछ में नाबालिग लड़की ने कई चौंकाने वाले राज खोले हैं.

पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि सरोगेट मदर बनाने वाला यह गैंग उसे मां बनने के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रहा था. इस मामले में पुलिस को यह भी पता चला है कि सहजनवा की रहने वाली सरिता, दिल्ली के देवा गुर्जर और राजस्थान के सरवनपुरी के भाई ने मिलकर 15 मार्च को पिपराइच से नाबालिग लड़की की खरीद फरोख्त की थी.

महिला समेत अभी तक 4 गिरफ्तार

पीड़ितों से मिली सूचना के आधार पर यूपी पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. अब तक पुलिस राजस्थान के अजमेर जिले के गांधीनगर क्षेत्र से बागचंद जापति, हरमाड़ा के सरवनपुरी, आगरा के सन्नी और उसकी पत्नी राधा को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. पुलिस के मुताबिक यह गिरोह गोरखपुर, महराजगंज, दिल्ली, आगरा और राजस्थान तक फैला हुआ है. अब पुलिस अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

पुलिस को छापे के दौरान पता चला कि कुछ महिलाएं बिना उनकी सहमति के सरोगेसी प्रक्रिया से गुजर रही थीं. महिलाएं मानसिक रूप से टूट चुकी थीं और कई को उनकी जिंदगी का भी अंदाजा नहीं था.

गैंग इन लड़कियों काे बनाता था शिकार?

सरोगेट बनाने वाला यह गैंग गरीब तबके की कम उम्र लड़कियों को टारगेट करता था. उन्हें नौकरी, इलाज या शादी का लालच देकर अगवा किया जाता था. फिर डॉक्यूमेंट्स और पहचान छीनकर जबरन हार्मोनल इलाज और आईवीएफ की प्रक्रिया करवाई जाती थी.

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