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लखनऊ में खौफ का मंजर! खुलेआम शिकार की तलाश में घूम रहा बाघ, वन विभाग ने ग्रामीणों को किया अलर्ट

रहमान खेड़ा में पिछले दिनों एक बाघ को देखा गया था. बाघ भूखा है और वह शिकार की तलाश में निकला हुआ है. एक्सपर्ट की आशंका है कि बाघ जल्द ही नया शिकार करेगा. इसलिए जंगल में बने तीनों मचान और गड्ढे के पास बकरे व पड़वे बांध दिए गए हैं. काकोरी के रहमान खेड़ा जंगलों में 48 दिन से घूम रहे बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं.

लखनऊ में खौफ का मंजर! खुलेआम शिकार की तलाश में घूम रहा बाघ, वन विभाग ने ग्रामीणों को किया अलर्ट
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( Image Source:  canva )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 20 Jan 2025 5:30 PM IST

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते कुछ दिनों से लोग दहशत में रह रहे हैं. रहमान खेड़ा इलाके के दस किलोमीटर में एक बाघ घूम रहा है. वह स्थानीय लोगों को अपना शिकार बनाना चाहता है. इसलिए वन विभाग ने आसपास के इलाके में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है. साथ ही घर से निकलते वक्त सावधान रहने की सलाह दी है.

जानकारी के अनुसार, रहमान खेड़ा में पिछले दिनों एक बाघ को देखा गया था. बाघ भूखा है और वह शिकार की तलाश में निकला हुआ है. एक्सपर्ट की आशंका है कि बाघ जल्द ही नया शिकार करेगा. इसलिए जंगल में बने तीनों मचान और गड्ढे के पास बकरे व पड़वे बांध दिए गए हैं.

इलाके में लगाए गए CCTV कैमरा

बाघ की हरकतों पर नजर रखने के लिए इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. दिन और रात में भी थर्मल ड्रोन कैमरे से बाघ की लोकेशन पता करने की कोशिश की जा रही है. वन विभाग के अफसरों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है. काकोरी के रहमान खेड़ा जंगलों में 48 दिन से घूम रहे बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं.

लोकेशन ढूंढने में हो रही परेशानी

रिपोर्ट में बताया गया कि रविवार की सुबह संस्थान के पिटफॉल वाले क्षेत्र में सहित उलरापुर के जंगलों में बाघ के ताजे निशान मिले हैं. यहां बेहता नाला से जंगल में जाने के बाघ के निशान मिले हैं. इसके बाद मादा हाथी डायना और सुलोचना से कॉम्बिंग कराई गई, लेकिन बाघ की लोकेशन नहीं मिली. कल शाम जंगल से 7 किमी दूर काकेरी में तकिया शरीफ मजार के पीछे आम की बागों में बाघ के पैरों के निशान देखे गए. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम वहां पहुंची. जांच में पता चला कि निशान 4 से 5 दिन पुराने हैं.

गांव वालों किया अलर्ट

रहमान खेड़ा और उसके आसपास के इलाके में घूम रहे बाघ से बचने के लिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है. वन विभाग के कर्मचारी गांव-गांव अनाउंसमेंट के जरिए अलर्ट कर रहे हैं. ग्रामीणों को कहीं भी जाने के लिए ग्रुप बनाकर निकलने की सलाह दी है. इस मामले में डीएफओ डॉ. सितांशु पाण्डेय ने बताया कि संस्थान के जोन एक और मीठे नगर के जोन एक और मीठे नगर के जोन दो में 'No Go Zone' एरिया बनाए गए हैं. शनिवार को अंधेरे की वजह से बाघ को पकड़ नहीं पाए और वो पिटफॉल से 500 मीटर की दूरी से निकल गया.

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