ये मेरा शहर है, जो धमकाएगा उसे 10 जूते मारूंगी... जानें ये कहने वाली बीजेपी विधायक अदिति सिंह के बारे में
उत्तर प्रदेश की रायबरेली विधायक अदिति सिंह ने घंटाघर में चेतावनी दी कि पटरी दुकानदार और पत्रकार धमकाने वाले बख्शे नहीं जाएंगे. नगर पालिका और पुलिस के अतिक्रमण अभियान के बीच विधायक ने अवैध वसूली रोकने का आदेश दिया. अदिति ने दुकानदारों को आश्वासन दिया कि उनकी आजीविका सुरक्षित रहेगी. साथ ही विधानसभा सत्र में उन्होंने गोंडा के विधायक प्रतीक भूषण को राखी बांधी. उनके इस कड़े बयान से शहर में कानून और व्यवस्था का संदेश गया.

उत्तर प्रदेश के रायबरेली से भाजपा विधायक अदिति सिंह ने घंटाघर क्षेत्र में एक विवादास्पद बयान दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी पटरी दुकानदार या पत्रकार धमकाएगा, तो उसे सख्त सबक मिलेगा. विधायक ने कहा, “रायबरेली मेरा शहर है. कोई भी दुकानदार या पत्रकार धमकाएगा, तो उसका परिणाम भुगतना पड़ेगा. अगर कोई कहे कि पत्रकार को 5 जूते मारेंगे तो हम 10 जूते मारेंगे.” यह बयान नगर पालिका और पुलिस द्वारा अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान कर्मचारियों द्वारा अवैध वसूली के आरोपों के बीच आया.
अदिति सिंह ने स्पष्ट किया कि गरीब दुकानदारों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अतिक्रमण हटाने का अभियान चलेगा, लेकिन अवैध वसूली करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. स्थानीय ठेले-पटरी दुकानदार संघ ने विधायक के हस्तक्षेप की सराहना की.
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अतिक्रमण और अवैध वसूली का विवाद
त्योहारों के मद्देनज़र नगर पालिका और पुलिस ने घंटाघर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया. आरोप है कि कुछ कर्मचारियों ने चालान के नाम पर दुकानदारों से अवैध वसूली की. नाराज दुकानदारों ने विधायक अदिति सिंह को सूचित किया. उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और ईओ नगर पालिका को बुलाकर कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई. इसके साथ ही कोतवाली पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया और अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया गया.
दुकानदारों को आश्वासन
अदिति सिंह ने दुकानदारों को आश्वासन दिया कि उनका अतिक्रमण नहीं हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि गरीब दुकानदारों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा. शहर को स्वच्छ बनाने का अभियान जारी रहेगा, लेकिन अवैध वसूली करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. स्थानीय ठेले-पटरी दुकानदार संघ ने विधायक के हस्तक्षेप की सराहना की और कहा कि अगर विधायक मौके पर न आतीं तो उनकी आजीविका खतरे में पड़ जाती.
कौन है अदिति सिंह?
अदिति सिंह का जन्म 15 नवंबर 1987 को लखनऊ में हुआ. उनके पिता अखिलेश सिंह पांच बार रायबरेली से विधायक रह चुके थे और कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते थे. पिता के निधन के बाद अदिति ने कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा से राजनीति में सक्रिय रहीं. उन्होंने विदेश से पढ़ाई की है और 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर रायबरेली की सदर सीट से जीत हासिल की, बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार शहबाज़ खान को 90 हजार वोटों से शिकस्त दी. अदिति सिंह यूपी विधानसभा की सबसे युवा सदस्यों में से एक हैं.
अदिति सिंह की संपत्ति
अदिति सिंह के पास कुल 13,98,459 रुपए की संपत्ति है. उनके खाते में केवल 53 हजार रुपए और नकद 15 रुपए थे. उनके पास 4,25,000 रुपए की ज्वेलरी और एक खेत है जिसकी कीमत 4,40,000 रुपए है. अदिति ने विजया बैंक से 44,90,234 रुपए के तीन लोन लिए हैं. उनके नाम पर कोई गाड़ी नहीं है. संपत्ति विवरण उनके हलफनामे के आधार पर प्रस्तुत किया गया.
प्रतीक भूषण को बांधती हैं राखी
रायबरेली की सदर सीट से विधायक अदिति सिंह ने विधानसभा परिसर में गोंडा से विधायक प्रतीक भूषण सिंह के साथ रक्षाबंधन मनाया. उन्होंने प्रतीक की कलाई पर राखी बांधी और प्रतीक ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया. अदिति ने बताया कि यह उनकी पारिवारिक परंपरा है और वे सालों से प्रतीक को राखी बांधती आई हैं. इस साल प्रतीक अपने क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों की मदद कर रहे थे, इसलिए विधानसभा सत्र में ही राखी बांधी गई.
नगर पालिका और पुलिस के लिए है चेतावनी
अदिति सिंह की चेतावनी और कार्रवाई ने रायबरेली में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. शहर के नागरिक और दुकानदार इस कदम को कानून और व्यवस्था के प्रति सजगता के रूप में देख रहे हैं. नगर पालिका और पुलिस कर्मचारियों के लिए यह एक चेतावनी है कि कोई भी अवैध वसूली या धमकाने वाला कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.