महाकुंभ में एक नहीं दो जगह मची थी भगदड़, चश्मदीदों ने किए चौंकाने वाले खुलासे; देखें VIDEO
चश्मदीद गवाह और अपने प्रियजनों को खोने वाले लोग इस त्रासदी के बारे में अपनी व्यथा व्यक्त कर रहे हैं. प्रयागराज में इन दिनों भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर दबाव बढ़ गया है. वहीं, सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो के अनुसार, एक और भगदड़ की घटना हुई थी, जिसे कथित तौर पर छिपाया गया है. तो आइए इस खबर में वायरल वीडियो के आधार पर दूसरी भगदड़ के बारे में जानते हैं.

महाकुंभ में 28 जनवरी की रात एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें भगदड़ के कारण 30 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. चश्मदीद गवाह और अपने प्रियजनों को खोने वाले लोग इस त्रासदी के बारे में अपनी व्यथा व्यक्त कर रहे हैं. प्रयागराज में इन दिनों भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर दबाव बढ़ गया है. वहीं, सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो के अनुसार, एक और भगदड़ की घटना हुई थी, जिसे कथित तौर पर छिपाया गया है. तो आइए इस खबर में वायरल वीडियो के आधार पर दूसरी भगदड़ के बारे में जानते हैं.
मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ क्षेत्र में भगदड़ की घटनाओं को लेकर चश्मदीदों ने चौंकाने वाले दावे किए हैं. उनका कहना है कि हादसा केवल संगम नोज पर ही नहीं, बल्कि झूंसी के सेक्टर-21 में भी सुबह करीब 4 बजे भगदड़ मची थी. जिसका वीडियो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी पोस्ट किया है. टीवी9 रिपोर्ट के मुताबिक यहां के दो पीड़ित परिवारों ने बताया कि भगदड़ में उन्होंने अपने परिजनों को खो दिया है.
चश्मदीदों ने दूसरी भगदड़ के बारे में क्या बताया
दूसरी भगदड़ में कितनी मौत?
एक चश्मदीद ने बताया कि भगदड़ में उसके परिजन का हाथ टूट गया, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं, जिनकी प्रशासन कोई जानकारी नहीं दे रहा. वहीं, एक ठेलेवाले ने बताया कि उसने कई घायलों को पानी पिलाकर उनकी जान बचाई. उसने दावा किया कि उसने खुद अपनी आंखों से पांच शव देखे. चश्मदीदों के अनुसार, झूंसी की भगदड़ में कम से कम 10 लोगों की मौत हुई, लेकिन प्रशासन अब तक इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है.
जब झूंसी की भगदड़ की खबर मीडिया में आई, तो महाकुंभ प्रशासन हरकत में आया. महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण ने तुरंत बयान जारी कर कहा कि झूंसी में किसी तरह की भगदड़ नहीं हुई. उन्होंने हादसे को केवल संगम नोज तक सीमित बताया और झूंसी की घटना को नकार दिया. आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे में कुल 30 लोगों की मौत हुई और 60 लोग घायल हुए. प्राथमिक उपचार के बाद 24 घायलों को घर भेज दिया गया, जबकि 36 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.