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महिला की मौत पर 5 डॉक्टर दोषी, ऑपरेशन के दौरान पेट में छोड़ा था सर्जिकल स्पंज

Philibhit News: पीलीभीत के गौटिला गांव में ऑपरेशन के दौरान एक महिला के पेट में सर्जिकल स्पंज छोड़ दिया गया था. जिसके बाद उसने पेट में दर्द होने लगा और सूजन हो गई. जिससे उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्ट रिपोर्ट में मौत का कारण सर्जिकल स्पंज बताया गया. अब इस मामले में 5 डॉक्टर्स को दोषी पाया गया है. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

महिला की मौत पर 5 डॉक्टर दोषी, ऑपरेशन के दौरान पेट में छोड़ा था सर्जिकल स्पंज
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( Image Source:  canva )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 17 Feb 2025 2:59 PM IST

Philibhit News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पिछले साल दिसंबर में डॉक्टर्स की बड़ी लापरवाही देखने को मिली थी. एक महिला के ऑपरेशन के दौरान उसके पेट में स्पंज छोड़ दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. अब इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपनी जांच में 5 डॉक्टर्स को दोषी पाया गया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पीलीभीत में 5 दिसंबर 2024 को महिला की मौत सेप्टिसीमिया से हुई थी. उसकी मेडिकल रिपोर्ट में मौत का कारण ऑपरेशन के दौरान पेट में सर्जिकल स्पंज छूट जाना बताया गया था. एक साल बाद मृतक महिला के परिजन को न्याय मिला है. अब दोषी डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मामले में 5 डॉक्टर्स पर एक्शन

इस मामले में 5 डॉक्टर्स दोषी पाए गए. जिला मजिस्ट्रेट ने आगे की कार्रवाई के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट भेज दी है, जबकि प्रशासन को इस बारे में सूचित किया गया है. सीएमओ डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि डॉक्टरों को लापरवाही, महत्वपूर्ण सबूत छिपाने, गलत ऑपरेशन और गलत सर्जिकल प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया.

सिंह ने कहा कि गलती करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ प्रशासनिक और सख्त कार्रवाई की जाएगी. दोषी पाए गए डॉक्टर जनरल सर्जरी डिपार्टमेंट के हैं. इनमें असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रुचिता बोरा, सीनियर रेजिडेंट डॉ. सैफ अली और सीनियर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. आशा गंगवार शामिल हैं. साथ ही दो प्राइवेट डॉक्टरों, डॉ. रामबेटी चौहान और डॉ. हिमांक माहेश्वरी को भी जिम्मेदार ठहराया गया है.

क्या है मामला?

पिछले साल गौटिला गांव की निवासी रहीं खिलावती शंकर की मौत से जुड़ा यह मामला है. जिनकी स्पंज निकालने के लिए दूसरी सर्जरी के दौरान मौत हो गई थी. सीटी स्कैन से पता चला कि शुरुआती हिस्टेरेक्टॉमी के दौरान अंदर स्पंज रह गया था, जिससे शरीर के अंदर मवाद बन गया था और सूजन आ गई थी.

उनके पति उमा शंकर ने बताया कि 7 जुलाई को अत्यधिक गर्भाशय के ब्लड निकल रहा था, फिर खिलावती के गांव के एक अस्पताल में एडमिट कराया. उसी दिन उनका गंगवार ने गर्भाशय को निकाल दिया. 23 जुलाई को रिपोर्ट में बताया कि वह ठीक है, उसके बाद से मेरी पत्नी को पेट दर्द, सूजन होने लगी और बार-बार अस्पताल के चक्कर लगना शुरू हुए फिर उसकी मौत हो गई.

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