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Bahraich Violence: बहराइच के रामगोपाल मिश्रा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की अफवाहों का सच आया सामनें

Bahraich Violence: राम गोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद बताया जा रहा है कि बहुत बेरहमी से राम गोपाल की हत्या की गई थी. हत्यारों ने गोली मारने से पहले उसकी बेरहमी से पिटाई की थी. इसके बाद धारदार हथियार से हमला किया था. उसके चेहरे, गले और निशान पर 35 छर्रे के निशान हैं.

Bahraich Violence: बहराइच के रामगोपाल मिश्रा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की अफवाहों का सच आया सामनें
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 17 Oct 2024 3:04 PM IST

Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान महाराजगंज में दो पक्षों में विवाद ने हिंसा का रुप ले लिया और फिर इस घटना ने एक 22 वर्षीय युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई. इस बीच सोशल मीडिया पर तैरते अफवाहों ने आग में घी का काम किया. देखते ही देखते नौबत यहां तक आ गई थी कि लोग मरने मारने पर उतारू हो गए. हालात को देखते हुए पुलिस को बार बार लोगों से अपील करनी पड़ी और सफाई देनी पड़ी. इस बीच रामगोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है जिसमें अब तक कई खुलासे हुए है तो आइए जानते हैं क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राम गोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद बताया जा रहा है कि बहुत बेरहमी से राम गोपाल की हत्या की गई थी. हत्यारों ने गोली मारने से पहले उसकी बेरहमी से पिटाई की थी. इसके बाद धारदार हथियार से हमला किया था. उसके चेहरे, गले और निशान पर 35 छर्रे के निशान हैं.

गोली मारने से पहले किया इतना टॉर्चर

इसी के साथ आगे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने रूह को कपां दिया है. करंट और हैमरेज से मौत होने का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ज़िक्र है. उसकी बॉडी पर 35 छर्रे लगने के निशान हैं. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसे भरुआ कारतूस मारी गई है. सिर, माथे और हाथ पर धारदार हथियार से हमले के भी निशान हैं.

मौत से पहले रामगोपाल के साथ बर्बरता

रिपोर्ट में बताया गया है राम गोपाल की हत्या बहुत की बेरहमी से की गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि बाई आंख के ऊपर नुकीले हथियार से हमला करने की बात कही गई थी. सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला किया गया पैरों में नाखूल उखाड़ने की कोशिश की गई.




खबरों के मुताबिक, बता दें कि आरोपी अब्दुल हमीद के पास 12 बोर की सिंगल बैरल लाइसेंसी बंदूक है. इसी बंदूक से हत्या की बात सामने आ रही है. वारदात के बाद से ही अब्दुल हमीद और दोनों बेटे सरफराज उर्फ सलमान उर्फ रिंकू और फहीम फरार हैं. सूत्रों के मुताबिक नेपाल में अपने रिश्तेदारों के घर में तीनों नामज़द आरोपी छिपे हैं. नेपाल में भी अब्दुल हमीद की सर्राफा दुकान है. कार्रवाई के तहत महसी सर्किल के सीओ रूपेंद्र गौड़ को हटाया गया. नए सर्किल अफसर रवि खोखर की तैनाती हो गई है.

पुलिस ने इस मामले में अबतक 50 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही अभी तक 3 लोगों के FIR दर्ज की है. हिंसा के तीसरे दिन हालात अब काबू में है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी. उपद्रवियों को काबू करने के लिए अलग-अलग टुकड़ियों को बुलाया गया था.

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