मैनपुरी में बाइक पर सवार हुआ कैदी, खुद को सर्दी से बचाने के लिए सिपाही ने दी ऐसी छूट! Video वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति के हाथों में हथकड़ी लगी हुई है और बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चलाते हुए देखा जा सकता है.वायरल वीडियो के बाद मैनपुरी पुलिस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि संबंधित अधिकारी को मामले की जांच करने और उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति के हाथों में हथकड़ी लगी हुई है और बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चलाते हुए देखा जा सकता है. उसके पीछे की सीट पर एक पुलिस कांस्टेबल बैठा है, जो हेलमेट पहने हुए है. यह घटना एक राहगीर द्वारा रिकॉर्ड की गई थी. वीडियो में साफ दिख रहा है कि आरोपी बिना हेलमेट के बाइक चला रहा है, जबकि कांस्टेबल हेलमेट पहने हुए है और आरोपी की कलाई पर बंधी रस्सी कांस्टेबल के हाथ से जुड़ी हुई है.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह दृश्य खासतौर पर अजीब सा था, क्योंकि यह मैनपुरी की व्यस्त सड़कों पर घटित हुआ, जैसे कि यह एक सामान्य दिन का मामला हो. अपराधी मोटरसाइकिल चला रहा था और पीछे बैठा कांस्टेबल चुपचाप उसे देख रहा था.
एफजेपी रिपोर्ट में दावा
एफजेपी की रिपोर्ट के अनुसार, कांस्टेबल ने यह कदम सर्दियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए उठाया था. कांस्टेबल का कहना था कि उसे ठंड लग रही थी, इसलिए उसने आरोपी को बाइक चलाने की अनुमति दी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कांस्टेबल को यह फैसला लेने में सर्दी का असर महसूस हुआ था.
कांस्टेबल के फैसले पर हुई आलोचना
हालांकि, इस फैसले पर तीखी आलोचना की जा रही है. कई लोगों ने इसे एक खतरनाक कदम माना और यह सवाल उठाया कि एक हथकड़ी लगे व्यक्ति को बाइक चलाने देना कितना सही है. इस घटना के बारे में जानकारी तो मिली है, लेकिन आरोपी के अपराध के बारे में अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
वायरल वीडियो के बाद मैनपुरी पुलिस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि संबंधित अधिकारी को मामले की जांच करने और उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने कांस्टेबल के निर्णय को लेकर सवाल उठाए हैं. कुछ ने इसे बेतुकी और खतरनाक कदम बताया, जबकि अन्य ने इसे प्रोटोकॉल और सार्वजनिक सुरक्षा के उल्लंघन के रूप में देखा है.