अगर लेट से ऑफिस आए तो... नोएडा अथॉरिटी के सीईओ ने 35 कर्मचारियों को क्या दी सजा?
नोएडा अथॉरिटी के 35 कर्मचारी समय पर ऑफिस न पहुंचने की कीमत एक दिन की सैलरी गंवाकर चुका रहे हैं. CEO लोकेश एम ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें नोटिस जारी किए हैं और जवाब न मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है. इससे पहले भी लेटलतीफ अधिकारियों को चेतावनी दी जा चुकी है, लेकिन सुधार नहीं हुआ.

समय पर ऑफिस नहीं पहुंचने पर नोएडा अथॉरिटी के CEO लोकेश एम ने सोमवार को 35 कर्मचारियों और अधिकारियों की एक दिन की सैलरी काटने का आदेश दिया है. इसके साथ ही कर्मचारियों को नोटिस जारी कर देर से आने के कारण स्पष्टीकरण मांगा गया है. CEO ने स्पष्ट किया कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कई कर्मचारियों ने विभाग को अपनी देरी की सूचना तक नहीं दी.
यह कार्रवाई विभागवार उपस्थिति रिकॉर्ड की नियमित समीक्षा के बाद हुई, जिसमें यह पता चला कि ये कर्मचारी बार-बार कार्यालय आने में विलंब कर रहे हैं. लोकेश ने कहा कि पहले भी कर्मचारियों को समयपालन का कड़ा निर्देश दिया गया था, लेकिन फिर भी कई लोग नियमों की अवहेलना कर रहे हैं.
CEO ने जांच किया रिकॉर्ड
सोमवार सुबह CEO लोकेश ने सीधे अथॉरिटी के विभिन्न विभागों जैसे इंडस्ट्री, प्लानिंग, रेसिडेंशियल और कमर्शियल के उपस्थिति रिकॉर्ड की जांच की. इसी जांच के बाद 35 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. अधिकारियों का कार्यालय समय 9:30 बजे से 6 बजे तक है, लेकिन कई वरिष्ठ अधिकारी अक्सर 10 बजे के बाद आते रहे हैं, जिससे जनता को असुविधा होती है और संस्थान की छवि पर नकारात्मक असर पड़ता है.
पहले भी दी जा चुकी है सजा
पिछले साल दिसंबर में भी नोएडा अथॉरिटी के रेसिडेंशियल प्लॉट विभाग में एक बुजुर्ग व्यक्ति को एक घंटे से ज्यादा इंतजार करवाने के बाद कर्मचारियों को 20 मिनट खड़े होकर काम करने का आदेश दिया गया था. उस घटना में CCTV फुटेज ने कर्मचारियों की लापरवाही उजागर की थी, जब बुजुर्ग को एक साधारण प्रॉपर्टी ट्रांसफर आवेदन के लिए विभागों के बीच भटकाया गया था.
जनता सेवा सुधार पर जोर
इस घटना के बाद CEO ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी आगंतुकों का सम्मानपूर्वक स्वागत किया जाए, उन्हें निर्धारित समय में समाधान दिया जाए और उनकी समस्याओं का सही जवाब दिया जाए. जनता सेवा में सुधार के लिए उन्होंने कर्मचारियों की जवाबदेही पर भी विशेष ध्यान दिया.
लगातार जारी हो रही चेतावनी
सितंबर 2023 में CEO ने कई वरिष्ठ अधिकारियों के बार-बार देर से आने को लेकर कड़ी चेतावनी दी थी. खास बात यह है कि कई अधिकारी अपने ऑफिस से मात्र 2 किलोमीटर दूर सेक्टर 14 ए में रहते हैं, फिर भी आधे घंटे से ज्यादा देर से पहुंचते हैं. CEO ने इसे 'बेहद अनुचित व्यवहार' बताया, खासकर ऐसे वक्त में जब मुख्यमंत्री सार्वजनिक सेवा और सरकारी जवाबदेही पर जोर दे रहे थे.