कौशांबी में खाकी की गुंडागर्दी का Video Viral! बेटे को बेगुनाह साबित करने के लिए पिता ने दी जान
कौशांबी से वायरल हुआ एक वीडियो दिखा रहा है कि पुलिस ने खाकी वर्दी पहनकर निर्दोष लोगों को बेरहमी से पीटा. इस घटना ने इलाके में भारी रोष पैदा कर दिया है. वहीं, बेटे को बेगुनाह साबित करने के लिए एक पिता ने आत्महत्या कर ली. उसके बेटे पर दुष्कर्म का आरोप था, लेकिन पिता ने उसकी निर्दोषता पर जोर दिया था. पोस्टमार्टम में देरी के कारण ब्राह्मण समाज ने प्रदर्शन किया.

Kaushambi Police Video Viral: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि खाकी वर्दीधारी पुलिसकर्मी युवकों को बेरहमी से पीटते नजर आ रहे हैं. सड़क पर गिराकर, लाठियों से मारते हुए और गालियां देते हुए. इस वीडियो ने न सिर्फ पुलिस की संवेदनहीनता को उजागर किया है, बल्कि प्रशासन की कार्यशैली पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.
इस पूरी घटना की जड़ सैनी कोतवाली क्षेत्र के लोहदा गांव से जुड़ी है, जहां रामबाबू तिवारी नामक व्यक्ति ने कोतवाली परिसर में जहर खाकर आत्महत्या कर ली. उसका बेटा कुछ दिन पहले एक मासूम बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजा गया था. रामबाबू का दावा था कि उसका बेटा निर्दोष है और उसने अधिकारियों से कई बार न्याय की गुहार लगाई थी, लेकिन उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई.
गुरुवार को पोस्टमार्टम हाउस पर ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए और शव का जल्द पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रशासन ने भी तत्काल कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवाया और शव परिजनों को सौंप दिया. लेकिन प्रशासन को अंदेशा था कि गांव में स्थिति बिगड़ सकती है, इसलिए गांव में भारी पुलिस बल और PAC की तैनाती कर दी गई.
शव के अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनातनी बढ़ गई, जिसके बाद पुलिस ने कथित तौर पर गुंडों की तरह लाठियां बरसाना शुरू कर दिया. वायरल वीडियो में यह साफ नजर आता है कि कैसे युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया और जमीन पर पटक दिया गया. वहीं सर्कल अधिकारी का बयान यह कहकर मामले को हल्का बता रहा है कि “बस थोड़ा बल प्रयोग हुआ”, जिससे लोगों का आक्रोश और बढ़ गया है. ब्राह्मण संगठनों और आम जनता ने इस घटना की तीखी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी, प्रयागराज जोन के एडीजी और कौशांबी एसपी से सख्त कार्रवाई की मांग की है.