Begin typing your search...

मौत या साजिश! कासगंज चंदन गुप्ता मर्डर केस में दोषी सलीम शेख का निधन, जानें साल 2018 में क्या हुआ था

Kasganj News: कासगंज में सालअब 2018 में तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदाय में हिंसक झड़प हुई. इस दौरान चंदन गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब मंगलवार को हत्या के दोषी सलीम शेख की इलाज के दौरान मौत हो गई. सलीम शेख लंबे समय से किडनी रोग में पीड़ित था और डायलिसिस पर था.

मौत या साजिश! कासगंज चंदन गुप्ता मर्डर केस में दोषी सलीम शेख का निधन, जानें साल 2018 में क्या हुआ था
X
( Image Source:  @ShubhamShuklaMP )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 27 Aug 2025 5:40 PM IST

Kasganj News: उत्तर प्रदेश के कासगंज में 26 जनवरी 2018 को चंदन गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद यूपी की सड़कों पर जनता का गुस्सा देखने को मिला था. राजनीतिक स्तर पर भी मर्डर केस को लेकर बवाल हुआ था. अब हत्या का दोषी सलीम लंबे समय से जेल की सलाखों में अपनी सजा काट रहा था, अचानक उसकी मौत की खबर सामने आई है.

जानकारी के अनुसार, सलीम लखनऊ की जेल में बंद था. मंगलवार 26 अगस्त को उसकी मौत की खबर सामने आई. वह लंबे समय से बीमार था और इलाज के दौरान ही दम तोड़ा दिया. सलीम की मौत की खबर से एक नया हंगामा देखने को मिल रहा है. परिजन शव को लेने घर से लखनऊ के लिए निकल गए हैं, लेकिन मौत पर उनकी आशंका बनी हुई है.

चंदन की हत्या के आरोपी की मौत

सलीम शेख लंबे समय से किडनी रोग में पीड़ित था और डायलिसिस पर था. उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे लखनऊ स्थित KGMU अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सलीम को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) व 307 के साथ अन्य कई धाराओं के तहत दोषी पाया गया था. इसके अलावा हथियार अधिनियम के तहत भी उन पर सजा लागू हुई.

क्या था चंदन गुप्ता हत्याकांड?

कासगंज में 26 जनवरी 2018 को हुई तिरंगा यात्रा के दौरान घटी साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी. इस दौरान मुख्य आरोपी सलीम शेख था. इस हिंसा में 22 साल के चंदन गुप्ता की गोली मारकर हत्या हुई थी और सलीम ने चंदन को गोली मारी थी. इसके बाद एनआईए स्पेशल कोर्ट ने उसे दोषी पाया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इस घटना ने एक बार फिर चंदन गुप्ता मर्डर केस को चर्चा में ला दिया है.

बता दें कि जब यह रैली मुस्लिम क्षेत्र बड्डू नगर से गुजर रही थी, तो दोनों समुदायों के बीच नारेबाजी, पथराव और झड़प शुरू हो गई. इसी हिंसा में चंदन गुप्ता को गोली लगी थी. इस घटना के बाद कासगंज में पथराव, आगजनी और दंगे भड़क उठे. दुकानें और वाहन जलाए गए, इंटरनेट बंद किया गया और RAP तथा PAC तैनात किए गए जिससे हालात को काबू में लाया जा सके.

UP NEWScrime
अगला लेख