हाथरस में पति ने पत्नी को बांधकर रेलवे ट्रैक पर फेंका, फिर भी ज़िंदा लौट आई, कैसे हुआ ये चमत्कार?
काफी देर तक बेहोश रहने के बाद जब महिला को होश आया तो उसने अपना नाम मनु बताया. उसने बताया कि वह मथुरा के लक्ष्मी नगर में रहती है, जबकि उसका मायका हाथरस जिले के सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव कूपा में है.

यह घटना किसी का भी दिल दहला सकती है. इसमें एक तरफ इंसानियत को शर्मसार करने वाली हद से ज्यादा क्रूरता है, तो दूसरी ओर एक मजबूर महिला की दिल दहला देने वाली बेबसी. यह कहानी किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकती है, लेकिन हैरानी की बात है कि जिस शख्स ने सात जन्म तक साथ निभाने की कसमें खाईं थीं, उसी ने यह सब किया और उसे जरा भी फर्क नहीं पड़ा.
मामला उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सासनी क्षेत्र का है. शुक्रवार को यहां एक युवती बेहोशी की हालत में मिली. लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने उसे नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, लेकिन जब उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया.
पति की शर्मनाक हरकत
काफी देर तक बेहोश रहने के बाद जब महिला को होश आया तो उसने अपना नाम मनु बताया. उसने बताया कि वह मथुरा के लक्ष्मी नगर में रहती है, जबकि उसका मायका हाथरस जिले के सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव कूपा में है. मनु ने पुलिस को बताया कि गुरुवार रात उसका पति अनिल उससे बेहद बेरहमी से मारपीट करने लगा. इस दौरान उसे गंभीर चोटें आईं. मारपीट के बाद पति ने उसे मथुरा के रेलवे ट्रैक के पास ले जाकर उसके हाथ-पैर बांध दिए और वहीं छोड़ आया.
मायके वाले लेकर पहुंचे जिला अस्पताल
मनु ने किसी तरह खुद को रस्सियों से आज़ाद किया और वहां से निकल पड़ी. लेकिन रास्ते में ही वह इतनी थक गई और चोटों से कमजोर हो गई कि बेहोश होकर गिर पड़ी. उसने बताया कि उसका पति पहले भी कई बार उसके साथ मारपीट करता रहा है, लेकिन इस बार उसने हद पार कर दी. इस घटना की खबर मिलते ही महिला के मायके वाले भी जिला अस्पताल पहुंच गए. घटना सुनने के बाद हर कोई हैरान है क्या यह महिला को मारने और उसे आत्महत्या जैसा दिखाने की कोशिश थी? या फिर यह सिर्फ घरेलू हिंसा का एक और खौफनाक मामला? फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपों की सच्चाई का पता लगाने में जुटी है.