दारोगा हूं मैं, मुंह में मू* दूंगी... मेरठ में दबंगई दिखा रही महिला सब-इंस्पेक्टर हुई सस्पेंड, कार सवार से की थी बदतमीजी
उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक वीडियो सामने आया जहां एक महिला दरोगा एक शख्स को बुरी तरह से धमकी देती नजर आ रही है. वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है कि महिला शख्स को वर्दी का रौब दिखा रही है और खुद को दरोगा बता रही है.
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में हाल ही में एक वीडियो बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो में उत्तर प्रदेश पुलिस की एक महिला सब-इंस्पेक्टर गुस्से में आकर एक कार ड्राइवर को बहुत गंदी और आपत्तिजनक भाषा में धमकी दे रही हैं. वे कह रही हैं, 'दारोगा हूं मैं... मुंह में मूत दूंगी अभी तेरे!' यह सुनकर आसपास के लोग हैरान रह गए, और वीडियो बनाने वाला व्यक्ति भी चुपचाप सब कुछ रिकॉर्ड करता रहा.
वीडियो में नजर आ रही महिला अधिकारी का नाम है रत्ना राठी। वे अलीगढ़ जिले में महुआ पुलिस स्टेशन पर तैनात हैं. खबरों के अनुसार, वे सहारनपुर कोर्ट में कोई सरकारी काम (गवाही देने) के लिए गई थी. वहां से लौटते समय उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर जाना है, लेकिन रास्ते में वे मेरठ पहुंच गईं. मेरठ में वे शॉपिंग करने लगी. शाम के समय मेरठ के बॉम्बे बाजार इलाके में ट्रैफिक जाम हो गया. उनकी कार (हुंडई i20) जाम में फंस गई.
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'दारोगा' जी का वर्दी में रौब
आगे वाली कार में एक व्यक्ति बैठा था. जाम की वजह से कारें आगे नहीं बढ़ पा रही थी. रत्ना राठी गुस्से में उतरीं और आगे वाली कार का दरवाजा खोलकर उस व्यक्ति पर चिल्लाने लगी. वे खुद को 'दारोगा' बताकर वर्दी का रौब दिखाने लगी. उन्होंने न सिर्फ गंदी गालियां दीं, बल्कि बेल्ट से पीटने और जेल भेजने की धमकी भी दी. व्यक्ति चुप रहा, शायद वर्दी देखकर डर गया. लेकिन किसी ने यह पूरा घटनाक्रम मोबाइल से रिकॉर्ड कर लिया, और वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया।देखते ही देखते यह वायरल हो गया.
लोगों ने उठाया सवाल
वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग पर सवाल उठने लगे. लोग पूछ रहे थे कि पुलिस वाले ही अगर ऐसी भाषा इस्तेमाल करेंगे और वर्दी का गलत फायदा उठाएंगे, तो आम आदमी की सुरक्षा कौन करेगा? मेरठ पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की. मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने पुष्टि की कि महिला अधिकारी की पहचान रत्ना राठी के रूप में हुई है. जांच में पता चला कि वे ड्यूटी पर कहीं और जाने का बहाना बनाकर मेरठ में व्यक्तिगत काम (शॉपिंग) कर रही थीं.
सोशल मीडिया यूजर्स का रिएक्शन
अब ऐसी दबंगई पर लोगों का भड़कना तो लाज़मी था. एक ने कहा, 'मोदी जी द्वारा इतने शौचालय बनवाए गए फिर भी इनका मुंह में ही मूतना था अब हो गई ना सस्पेंड.' दूसरे ने कहा, 'सुलभ शौचालय न होने की वजह से मुंह मे मूत्र विसर्जन करने को मजबूर उत्तर प्रदेश पुलिस की होनहार सब इंस्पेक्टर रत्ना राठी जी.' एक ने कहा, 'वर्दी कानून की रक्षा के लिए होती है, दूसरों को धमकाने के लिए नहीं. अगर जिम्मेदार पद पर बैठे लोग ही मर्यादा भूल जाए, तो जनता भरोसा किस पर करे? सस्पेंशन सही कदम है,अब निष्पक्ष कार्रवाई भी होनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.'
कैसी दी जा रही है पुलिस ट्रेनिंग
अलीगढ़ पुलिस ने भी कार्रवाई की. आखिरकार, रत्ना राठी को सस्पेंड कर दिया गया. अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है, लेकिन वीडियो के आधार पर विभागीय जांच चल रही है. यह घटना दिसंबर 2025 के आखिरी दिनों की है, और यह दिखाती है कि वर्दी का सम्मान बनाए रखना कितना जरूरी है. पुलिस वाले समाज के लिए मिसाल होते हैं, लेकिन अगर वे खुद गुस्से में ऐसी हरकत करेंगे, तो लोगों का भरोसा कैसे बनेगा?. यह मामला एक बार फिर पुलिस ट्रेनिंग और व्यवहार पर सवाल उठाता है. उम्मीद है कि आगे ऐसी घटनाएं न हों, और पुलिस विभाग ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई करता रहे.





