'जुड़ेंगे तो जीतेंगे...न बटेंगे न कटेंगे'; यूपी उपचुनाव में पोस्टर वार, क्या बदलेगा सियासी समीकरण?
समाजवादी पार्टी ने भाजपा के 'बटेंगे तो कटेंगे' के जवाब में 'जुड़ेंगे तो जीतेंगे' का नया नारा दिया. इस पोस्टर वार ने दोनों दलों के बीच राजनीतिक बयानबाजी को और गरमा दिया है. भाजपा और सपा के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर तीखे कटाक्ष करते हुए नए-नए पोस्टर और बैनर लगा रहे हैं.

उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच पोस्टर वार तेज हो गया है. समाजवादी पार्टी ने भाजपा के 'बटेंगे तो कटेंगे' के जवाब में 'जुड़ेंगे तो जीतेंगे' का नया नारा जारी किया है. इस पोस्टर वार ने दोनों दलों के बीच राजनीतिक बयानबाजी को और गरमा दिया है. भाजपा और सपा के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर तीखे कटाक्ष करते हुए नए-नए पोस्टर और बैनर लगा रहे हैं. इस तनावपूर्ण माहौल में दोनों पार्टियों के समर्थक सक्रिय रूप से अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटे हैं.
समाजवादी पार्टी के जुटेंगे को जीतेंगी के नारे के जवाब में भाजपा ने लिखा कि 'हमेशा बांटने का प्रयास करने वाले, आज जोड़ने की बात कर रहे हैं. सीएम योगी ने 'बंटेगे तो कटेगे' का नारा क्या दिया कि अब सब जोड़ने की बात कर रहे हैं. अगर आपको जोड़ना है तो 'सबका साथ सबका विकास' के मंत्र पर काम करना होगा और सबको साथ लेकर चलना होगा. सिर्फ दिखावे के लिए पोस्टर लगा देने से ये नहीं होने वाला है.
पोस्टर VS पोस्टर का सियासी समीकरण
गौरतलब है कि इससे कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी की ओर से एक पोस्टर सामने आया था जिस पर लिखा था कि 'न बटेंगे, न कटेंगे' वहीं इससे पहले अखिलेश यादव के चेहरे के साथ एक और पोस्टर काफी वायरल हुआ था जिस पर लिखा था कि '27 का सत्ताधीध'. यानी की 2027 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने वाला है जिसके बाद समाजवादी पार्टी के समर्थक ने पोस्टर जारी कर अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के रूप में अभी से देख रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऐलान किया था कि अब उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी 9 सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी. पहले उन्होंने दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी थी. लेकिन कांग्रेस और ज्यादा सीटें चाहती थी. यूपी की सभी नौ सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होंगे और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. नामांकन की आखिरी तारीख में दो दिन से कम समय बचा है. 25 अक्टूबर आखिरी तारीख है. समाजवादी पार्टी ने नौ में से छह सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. अब बाकी की तीन दिन सीटों पर जल्द ऐलान हो सकता है.
'बंटेगें तो कटेंगे' का नारा हरियाणा में BJP के लिए बना जीत का बीज मंत्र
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे 'बंटेगें तो कटेंगे' की तो इस नारा हरियाणा चुनाव में भी भाजपा के वारदना साबित हुआ था. जिसके बाद पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के एक कार्यक्रम में इसका समर्थन किया था. हरियाणा चुनाव में यह नारा 26 अगस्त को पहली बार इस्तेमाल किया था. उन्होंने उस दौरान ये नारा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के सदर्भ में दिया था. लेकिन यह नारा भाजपा की जीत का बीज मंत्र बन गया.