भ्रष्टाचार उजागर करने के चलते खाई 7 गोलियां, वकीलों के सामने SDM ने कान पकड़कर लगाई उठक-बैठक; जानें कौन हैं IAS रिंकू सिंह
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले की पुवायां तहसील से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें IAS अधिकारी रिंकू सिंह राही वकीलों की मौजूदगी में कान पकड़कर उठक-बैठक करते दिखाई दे रहे हैं. अब इस वीडियो को लेकर लोग तरह-तरह के सवाल कर रहे हैं.

सोचिए क्या ऐसा हो सकता है कि कोई आईएएस अधिकारी लोगों की से माफी मांगने लग जाए? ऐसा ही कुछ आईएएस रिंकू सिंह के साथ हुआ है. इन दिनों सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह राही वकीलों के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक करते दिख रहे हैं.
उनके पद संभालते ही विवाद हो गया. लोग अब सवाल कर रहे हैं कि आखिर एक दबंग IAS अफसर को ऐसा क्यों करना पड़ा? चलिए जानते हैं कौन हैं रिंकू सिंह राही.
SDM की पोस्ट संभालते ही विवाद
यह मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के पुवायां तहसील का है. यहां हाल ही में रिंकू सिंह राही ने SDM (उप-ज़िलाधिकारी) के तौर पर काम करना शुरू किया है. पद संभालने के कुछ ही दिनों बाद उन्होंने तहसील परिसर में वकीलों के साथ एक बैठक बुलाई. इस मीटिंग के दौरान कहासुनी हो गई और बात इतनी बिगड़ी कि वकीलों ने रिंकू सिंह से माफी मांगने की मांग कर दी.
रिंकू सिंह ने लगाए उठक-बैठक
इसके बाद रिंकू सिंह ने भीड़ के सामने उठक-बैठक लगाना शुरू किया. यही वीडियो अब हर तरफ चर्चा में है, जिसमें वे कान पकड़कर उठक-बैठक करते नज़र आ रहे हैं.
कौन हैं रिंकू सिंह राही?
रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रहने वाले हैं. उनका जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. वो एक साधारण परिवार से आते हैं और उनकी पढ़ाई एक सरकारी स्कूल में हुई थी. आर्थिक स्थिति कमजोर थी, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी.
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाला अफसर
रिंकू सिंह का नाम पहले भी सुर्खियों में आ चुका है. साल 2011 में जब वो जिला समाज कल्याण अधिकारी थे, उन्होंने विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी. इसकी उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी. उन पर जानलेवा हमला हुआ और उन्हें 7 गोलियां लगीं. लेकिन वह डरे नहीं. अस्पताल से ठीक होने के बाद उन्होंने फिर से तैयारी शुरू की और यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बने.
दिव्यांग कोटे से पास की UPSC
रिंकू सिंह ने दिव्यांग कोटे से साल 2021 में यूपीएससी पास किया और 683वीं रैंक हासिल की. इसके बाद उन्हें 2022 बैच का आईएएस अधिकारी बनाया गया. आज वो शाहजहांपुर के पुवायां तहसील में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं.