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लखनऊ के कांग्रेस ऑफिस में मिला शव! परिजन ने हत्या का किया दावा, यूपी में फिर छिड़ी सियासी बहस

कांग्रेस यूपी के कई हिस्सों में बेरोजगारी और महंगाई को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रही है. यह विरोध योगी सरकार के खिलाफ किया जा रहा है. इस दौरान ही एक कार्यकर्ता प्रभात कुमार पांडे की मौत हो गई. मृतक के चाचा मनीष पांडे ने हुसैनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है और दावा किया है कि प्रभात की हत्या की गई है.

लखनऊ के कांग्रेस ऑफिस में मिला शव! परिजन ने हत्या का किया दावा, यूपी में फिर छिड़ी सियासी बहस
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( Image Source:  @priyankagandhi, ani )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 19 Dec 2024 9:11 AM IST

Lucknow Congress office: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. जिससे राजनीति में हंगामा मच गया है. यहां पर कांग्रेस ऑफिस से एक मृत व्यक्ति की लाश मिली है. मृतक की पहचान कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई. मृतक की पहचान प्रभात कुमार पांडे (31) के रूप में हुई है, जो गोमती नगर में किराए के कमरे में रह रहा था.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस यूपी के कई हिस्सों में बेरोजगारी और महंगाई को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रही है. यह विरोध योगी सरकार के खिलाफ किया जा रहा है. इस दौरान ही एक कार्यकर्ता प्रभात कुमार पांडे की मौत हो गई. मृतक के चाचा मनीष पांडे ने हुसैनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है और दावा किया है कि प्रभात की हत्या की गई है.

दफ्तर से आया परिजन को कॉल

जानकारी के अनुसार प्रभात के परिजन के चाचा ने कहा कि बुधवार शाम करीब 4.15 बजे कांग्रेस कार्यालय से उन्हें फोन आया कि प्रभात कार्यालय में बेहोश पड़ा है. उन्होंने कहा कि फोन करने वाले ने बताया कि प्रभात 2 घंटे से अधिक समय से वहां पड़ा हुआ है. मनीष ने बताया, "इसके बाद मैंने तुरंत अपने रिश्तेदार संदीप को पार्टी ऑफिस भेजा. जहां उसने प्रभात को देखा और बताया कि उसके पैर ठंडे हो गए हैं.

परिवार ने हत्या का किया दावा

कांग्रेस दफ्तर में प्रभात को कार से सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मनीष ने शिकायत में कहा, "मेरे भतीजे को कोई बीमारी नहीं थी, लेकिन ऐसा लगता है कि उसके साथ कुछ अनहोनी हुई है. मुझे लगता है कि उसकी हत्या की गई होगी." इस मामले में पुलिस ने बयान दिया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है.

लखनऊ पुलिस का बयान

लखनऊ पुलिस ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर कोई बल प्रयोग नहीं किया गया. उन्होंने लोगों से घटना के बारे में कोई अफवाह न फैलाने को कहा. पुलिस ने कहा कि प्रभात के शरीर पर कोई निशान नहीं थे. बता दें कि असम के गुवाहाटी में एक विरोध रैली के दौरान एक अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मृदुल इस्लाम की मृत्यु हो गई.

कार्यकर्ता की मौत पर क्या बोली कांग्रेस?

कांग्रेस ने लखनऊ और असम में हुई कार्यकर्ताओं की मौत पर बयान दिया है. कांग्रेस नेताओं ने दोनों मौतों की निंदा की और कहा कि दोनों मजदूरों की मौत पुलिस की बर्बरता के कारण हुई है. राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश और असम की भाजपा सरकारों पर "लोकतंत्र और संविधान की हत्या" करने का आरोप लगाया. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भाजपा शासित असम और उत्तर प्रदेश में फिर लोकतंत्र और संविधान की हत्या की गई है. पूरे देश में कांग्रेस पार्टी बाबा साहब और संविधान के समर्थन में सत्याग्रह कर रही है. इस दौरान अत्यधिक पुलिस बल के कारण गुवाहाटी में हमारे कांग्रेस कार्यकर्ता मृदुल इस्लाम और लखनऊ में प्रभात पांडे की मौत बेहद दुखद और निंदनीय है." उन्होंने कहा, "कांग्रेस के शेर सच्चाई और संविधान के लिए लड़ते रहेंगे."

प्रियंका गांधी का रिएक्शन

वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दावा किया कि कार्यकर्ताओं की मौत पुलिस की बर्बरता के कारण हुई है. उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा, "जिस तरह से भाजपा सरकारों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ दमनात्मक कार्रवाई की है, वह ब्रिटिश राज की याद दिलाती है. भाजपा संसद में बाबासाहेब पर हमला कर रही है और सड़कों पर उनके संविधान को कुचल रही है."

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