खरीदने आते हैं मेले में खच्चर और 120 सेकंड में बन जाती है जोड़ियां- कहानी 100 साल पुरानी परंपरा वाली
बलिया के ददरी मेले में गधे और खच्चर को खरीदने के लिए लोग देश भर से वहां आते हैं. मेले के खत्म होने के दो दिन पहले गर्दभ बाजार लगता है. सभी परिवार के लोग वहां पर शाम को एक साथ बैठते हैं, परिवार के बारे में बातें होती हैं. इसके बाद शादी का योग्य बनता है तो बात आगे बढ़ती है. यह प्रथा सालों से चली आ रही है.

पहले के जमाने में जैसे दो मिनट में शादी तय हो जाती थी, वही परंपरा आज भी बनी हुई है. जीवनसाथी चुनने के लिए बलिया के ददरी मेले में लगने वाला गर्दभ गजब का है. इस मेले में 100 साल पहले कि परंपरा का पालन आज के समय में भी किया जाता है. लड़की-लड़के के बिना मुलाकात के उनकी शादी कर दी जाती है. लोग दो मिनट के लिए मिलते हैं और जीवन भर का रिश्ता तय कर देते हैं. इस मेले में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के लोग आते हैं.
ऐसा कहा जा रहा है कि इस साल मेले में 1500 से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार 400 शादियों की सहमती हो सकती है.
देश भर के व्यापारी का मिलन
ददरी मेले में गधे और खच्चर को खरीदने के लिए लोग देश भर से वहां आते हैं. मेले के खत्म होने के दो दिन पहले गर्दभ बाजार लगता है. सभी परिवार के लोग वहां पर शाम को एक साथ बैठते हैं, परिवार के बारे में बाते होती हैं.
उसी बातचीत के दौरान लड़के-लड़की के बारे में बाते हो जाती है. अगर योग्य बन जाता है तो शादी की सहमति हो जाती है. पिता के साथ लड़के भी आते हैं, तभी उन्हें देखना का काम पूरा हो जाता है और फिर घर जाने के बाद तारीख तय करके शादी कर दी जाती है.
डांस और जश्न
इतिहासकार डॉ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय के मुताबिक वहां पर काम खत्म होने के बाद सभी एक स्थान पर बैठते हैं. इस बैठक में देश भर से आए लोग शामिल होते हैं. फिर पखावज की थाप पर डांस होता है. शादियों की बात होती है और फिर जब एक बार शादी के लिए सहमति हो जाती है तो जोश और उत्साह भी बढ़ जाता है.
2019 में तय हुए इतने रिश्ते
इतिहासकार डॉ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने बताया कि देश भर के बड़े-बड़े व्यापारी यहां आते हैं. इस मेले में 2019 में 500 रिश्ते तय हुए थे. फिर 2020 में कोविड के चलते इस योजना का आयोजन नहीं हुआ. वहीं 2021 में 300 रिश्ते तय हुए और फिर 2022 में मंकीपोक्स के चलते आयोजन नहीं किया गया था. इस बार ऐसे अनुमान लगाए जा रहे हैं कि 400 रिश्तों की सहमती होगी.