DJ का विवाद बना थानेदार की जान का दुश्मन, आज़मगढ़ में थाना प्रभारी की पिटाई का VIDEO वायरल
उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी थमने का नाम नहीं ले रही है. जहां पुलिस को आम जनता द्वारा पीटने की एक नया मामला सामने आया है. आजमगढ़ में डीजे विवाद को सुलझाने आई पुलिस को लोगों ने खेत में डंडों से पीटकर घायल कर दिया, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

उत्तर प्रदेश में आज भी बदमाशों को कोई खौफ नहीं है. आम लोगों के साथ अब ये लोग पुलिस को भी नहीं बख्श रहे हैं. आजमगढ़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग थाना प्रभारी को खेत में लाठी-डंडों से पीट रहे हैं. यह मामला डीजे से जुड़ा है, जो आखिर में मामला सुलझाने आई पुलिस की जान का खतरा बन गया.
आज़मगढ़ जिले के बर्रा गांव में 5 जून को एक शादी का फंक्शन था, जहां डीजे की तेज़ आवाज़ ने दो पक्षों के बीच विवाद खड़ा कर दिया. पहले तो गहमागहमी हुई, फिर हाथापाई, और फिर गांववालों की मौजूदगी में मामला किसी तरह सुलझा दिया गया. लेकिन अगले ही दिन 6 जून को एक पक्ष के लोग इनोवा कार में तेज़ आवाज़ में गाने बजाते हुए गांव से गुज़रे. इसके बाद सामने वाले लोगों ने गाड़ी को घेरकर उसके शीशे तोड़ दिए. घटना की जानकारी डायल 112 और बरदह थाना पुलिस को दी गई और यहीं से कहानी ने खतरनाक मोड़ ले लिया.
पुलिस पर भीड़ ने कर दिया हमला
थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह और उनकी टीम जैसे ही गांव पहुंची, उन्होंने दोनों पक्षों को थाने लाने की कोशिश की. लेकिन तभी कुछ गांववाले भीड़ बनाकर पुलिस पर टूट पड़े. जो वीडियो अब वायरल हो चुका है, उसमें साफ दिख रहा है कि राजीव कुमार सिंह को खेत में गिरा कर लाठी-डंडों से पीटा जा रहा है. गालियां दी जा रही हैं और बाकी पुलिसकर्मी बेबस दिखाई दे रहे हैं.
घायल थाना प्रभारी और चार पुलिसकर्मी
हमले में थाना प्रभारी के सिर और पैर में गंभीर चोटें आईं. साथ ही चार और पुलिसकर्मी भी घायल हुए. एक तरफ वर्दी थी, कानून था- लेकिन दूसरी तरफ भीड़ का गुस्सा और जंगलराज जैसा मंजर. इस मामले में 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
मास्टरमाइंड है गायब
इस घटना के बाद पुलिस ने 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें फूलचंद, सर्वेश, लकी, गौतम, आकाश, सिंकू, विपिन, चंद्रेश, ऋतिक, राकेश, विशाल, मनोज, शर्मीला, शिवमूरत, संगम, मंकू, और ऋषभ जैसे नाम शामिल हैं. हालांकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
कब तक पुलिस भी भीड़ का शिकार बनेगी?
यह घटना सिर्फ एक वीडियो या वायरल खबर नहीं है. यह बताती है कि भीड़तंत्र अब पुलिस तक को नहीं छोड़ रहा. थाना प्रभारी पर हमला कोई मामूली बात नहीं है. यह पूरे सिस्टम को चुनौती है. अब ज़रूरत है कड़े एक्शन की, ताकि अगली बार वर्दी देख कर कोई डर नहीं, सम्मान महसूस करे.