राणा सांगा गद्दार हैं... कहने वाले सपा सांसद के काफिले पर किसने किया हमला? आपस में भिड़ीं गाड़ियां, फेंके टायर-पत्थर
राज्यसभा में राणा सांगा को गद्दार बताने वाले सपा सांसद रामजी लाल सुमन के काफिले पर हमला हुआ है. काफिले में चलने वाली गाड़ियों पर टायर और पत्थर फेंके गए हैं, जिससे गाड़ियां आपस में भिड़ गई हैं. बताया जाता है कि यह हमला अलीगढ़ जिले के गभाना में क्षत्रिय समाज के लोगों ने किया है.

Ramji Lal Suman attacked: राज्यसभा में राणा सांगा को गद्दार बताने वाले सपा सांसद रामजी लाल सुमन के काफिले पर हमला हुआ है. काफिले में चलने वाली गाड़ियों पर टायर और पत्थर फेंके गए हैं, जिससे गाड़ियां आपस में भिड़ गई हैं. बताया जाता है कि यह हमला अलीगढ़ जिले के गभाना टोल प्लाजा में करणी सेना ने किया है. उस समय रामजी लाल सुमन दिल्ली से आगरा जा रहे थे.
बताया जाता है कि काफिले में 25 से ज्यादा गाड़ियां चल रही थीं. अचानक हुए हमले से लोग घबरा गए. उन्होंने गाड़ियों को भगाने की कोशिश की, जिससे वे एक-दूसरे से टकरा गईं.
करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ने ली हमले की जिम्मेदारी
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने काफिले पर पत्थर और टायर फेंके, जिससे कई गाड़ियों के शीशे टूट गए. हमले के दौरान काफिले की गाड़ियां तेज़ी से निकलने की कोशिश में आपस में टकरा गईं, जिससे और नुकसान हुआ. करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष दुर्गेश सिंह ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि जब तक सुमन माफी नहीं मांगते, ऐसे विरोध जारी रहेंगे.
रामजी लाल सुमन का क्यों हो रहा विरोध?
रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाया था, जिससे उन्हें 'गद्दार' कहा जा सकता है. इस बयान के बाद करणी सेना और अन्य राजपूत संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किए और सुमन के आगरा स्थित घर पर भी हमला किया. हालांकि, सुमन ने माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने इतिहास के तथ्यों को ही प्रस्तुत किया है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हमले की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि यह हमला 'योगी सेना' द्वारा प्रायोजित था, न कि करणी सेना द्वारा. उन्होंने कहा कि यह हमला दलित समुदाय को डराने की साजिश है और सरकार इस पर कार्रवाई नहीं कर रही है.