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हिंदू होने की मिल रही सजा! छात्रा ने लगाया AMU प्रशासन पर बार-बार जानबूझकर फेल करने का आरोप

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एक मामला सामने आया है जहां पर छात्रा धरने पर बैठ गई है. उसका आरोप है कि उसे बार-बार फेल किया जा रहा है. छात्रा ने कुछ मांगे की है और न्याय के लिए आवाज उठाई है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

हिंदू होने की मिल रही सजा! छात्रा ने लगाया AMU प्रशासन पर बार-बार जानबूझकर फेल करने का आरोप
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( Image Source:  Social Media )

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के लॉ डिपार्टमेंट में बीएएलएलबी की छात्रा अवंतिका गौड़ ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उसे जानबूझकर फेल किया जा रहा है. इसके विरोध में अवंतिका सोमवार को कुलसचिव कार्यालय के गेट के सामने धरने पर बैठ गईं. अवंतिका ने इतिहास के शिक्षक पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले तीन सालों से उन्हें जानबूझकर फेल किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी हेड ऑफ डिपार्टमेंट और डीन ने उनकी समस्या को नजरअंदाज कर दिया है.

अवंतिका का कहना है कि उन्हें अन्य पांच विषयों में हमेशा पास कर दिया जाता है, लेकिन इतिहास में हर बार फेल कर दिया जाता है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह सब हिंदू होने के कारण किया जा रहा है. अवंतिका ने मांग की है कि उनकी आंसर शीट फिर से चेक की जाए और किसी दूसरे डिपार्टमेंट के टीचर से उनकी कॉपी चेक कराई जाए.

धरने में अन्य छात्रों का समर्थन

अवंतिका के धरने में एएमयू के अन्य छात्र भी उनके समर्थन में आए, जिसमें अखिल कौशल नामक छात्र भी शामिल हैं. उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदू छात्र-छात्राओं को बेवजह परेशान न किया जाए और सभी छात्रों के साथ समानता का व्यवहार किया जाए.

प्रो. मोहम्मद वसीम अली, प्रॉक्टर, एएमयू का जवाब

प्रो. मोहम्मद वसीम अली, प्रॉक्टर, एएमयू का कहना है कि यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होता है. छात्रा ने जो भी आरोप लगाए हैं वे सब गलत है. वसीम अली ने छात्रा से रिटन में शिकायत मांगी है. इस मामले में वह वाइस चांसलर से मुलाकात करेंगे और अनुमति मिलने के बाद फिर से आंसर शीट को चेक करेंगे. किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा.

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