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...दूर रहो, नहीं तो 50 टुकड़ों में मिलोगी, Live-in Relationship को लेकर UP की राज्यपाल ने दिया चौंकाने वाला बयान- देखें Video

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एक बार फिर लिव-इन रिलेशनशिप पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, 'बेटियां इससे दूर रहें, नहीं तो 50 टुकड़ों में मिलेंगी.' वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में उन्होंने कहा कि ऐसे रिश्तों से शोषण और हिंसा बढ़ रही है. इससे पहले बलिया में भी उन्होंने कहा था कि लिव-इन का अंजाम अनाथालयों में दिखता है, जहां 15 साल की लड़कियां गोद में बच्चे लिए खड़ी हैं.

...दूर रहो, नहीं तो 50 टुकड़ों में मिलोगी, Live-in Relationship को लेकर UP की राज्यपाल ने दिया चौंकाने वाला बयान- देखें Video
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Published on: 9 Oct 2025 4:47 PM

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एक बार फिर लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर विवादित बयान देकर सियासी हलचल मचा दी है. वाराणसी में आयोजित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 47वें दीक्षांत समारोह में उन्होंने छात्राओं को चेतावनी देते हुए कहा कि 'लिव-इन रिलेशनशिप से दूर रहो, नहीं तो 50 टुकड़ों में मिलोगी. उनका ये कहने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और यूजर्स तरह-तरह का रिएक्शन दे रहे हैं.

उनका यह बयान महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और रिश्तों में हो रहे शोषण को लेकर था. इससे पहले भी आनंदीबेन पटेल ने बलिया में एक समारोह के दौरान कहा था कि लिव-इन रिलेशनशिप का अंजाम देखने के लिए 'अनाथालयों में जाकर देखो, जहां 15 साल की बच्चियां गोद में बच्चे लिए खड़ी हैं.'

'लड़कियों को सोच-समझकर फैसला लेना चाहिए'

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि 'बेटियों को कोई भी फैसला लेने से पहले बहुत सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए. लिव-इन रिलेशनशिप और ऐसे हालातों से दूर रहो जो शोषण की ओर ले जाते हैं.' उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में उन्होंने कई ऐसे केस देखे हैं जहां लड़कियां लिव-इन में जाकर बर्बाद हो गईं. 'ये ट्रेंड चलन में है, लेकिन मत करो. आपने देखा है- '50 टुकड़ों में मिली', पिछले 10 दिनों में ऐसे कई केसों की रिपोर्ट आई हैं. जब भी मैं ये देखती हूं, दिल से दुख होता है कि हमारी बेटियां ऐसे फैसले क्यों ले रही हैं.'

'लिव-इन में लोभ और धोखे की जड़ें'

राज्यपाल ने कहा कि यह चलन लोभ और गलत आकर्षण से उपजा है. उन्होंने पुरुषों पर आरोप लगाया कि वे 'महिलाओं को होटल ले जाकर, प्यार के नाम पर बहला-फुसलाकर, बच्चों के जन्म के बाद छोड़ देते हैं. 'ये हमारे संस्कार नहीं हैं, फिर भी हो रहा है. हमारी बेटियों को ऐसे फरेब से बचना चाहिए और अपने जीवन को किसी महान उद्देश्य के लिए समर्पित करना चाहिए.'

'पॉक्सो कानून के मामलों में मिली लड़कियों से खुद मिली हूं'

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि उन्होंने खुद पॉक्सो एक्ट के तहत पीड़ित लड़कियों से मुलाकात की है, जिनकी कहानियां बेहद दर्दनाक हैं. हर लड़की की कहानी अलग है, पर हर बार दर्द एक जैसा होता है,' राज्यपाल ने यह भी बताया कि एक जज ने उनसे मुलाकात के दौरान आग्रह किया कि विश्वविद्यालयों में छात्राओं को जागरूक किया जाए ताकि वे ऐसे रिश्तों के जाल में न फंसें.

बलिया में भी दिया था ऐसा बयान

इससे पहले मंगलवार को बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी आनंदीबेन पटेल ने लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि 'अगर लिव-इन रिलेशनशिप का अंजाम देखना है तो अनाथालय चले जाओ. 15 से 20 साल की लड़कियां गोद में एक साल के बच्चे लिए खड़ी हैं. राज्यपाल ने कहा कि ऐसे रिश्ते समाज में संस्कारों की गिरावट और नैतिक पतन को दर्शाते हैं. आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को अपनी महिला छात्रों के बीच जागरूकता अभियान चलाना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा सिर्फ रोजगार के लिए नहीं, बल्कि सही निर्णय लेने की क्षमता देने के लिए होनी चाहिए.

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