प्लॉट दिखाने गया डीलर हुआ किडनैप, आरोपियों ने फिरौती में मांगे एक करोड़; ऐसे हुए गिरफ्तार
राजस्थान में मोस्ट वांटेड अपराधियों ने प्रॉपर्टी डीलर की किडनैपिंग को अंजाम दिया. आरोपियों ने उससे एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी और उसे जान से मारने की धमकी दी. हालांकि पुलिस ने सूचना मिलते ही कार्रवाई शुरू की और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

राजस्थान के उदपुर में सविना थाना क्षेत्र में एक प्रॉपर्टी डीलर और उसके दो साथियों के अपहरण की जानकारी सामने आई थी. यह घटना 25 दिसंबर को हुई. जब आरोपियों ने डीलर समेत उसके दो दोस्तों का किडनैप किया और उनसे एक करोड़ रुपये की फिरौती की मांग करना शुरू किया. ताजा जानकारी के अनुसार पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
आपको बता दें कि किडनैपर ने डीलर और उसके साथियों से एक करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की थी. आरोपियों की पहचान मोस्ट वांटेड अपराधी इमरान कुंजड़ा और उसके साथी मोहन के रूप में हुई है.
प्रॉपर्टी देखने के बहाने बुलाया और किया किडनैप
जानकारी के अनुसार आरोपियों ने पहले प्रॉपर्टी डीलर को अपने पास जमीन देखने के बहाने से बुलाया. उसे अपनी कार में बैठाया और अपने साथ ले गए. जहां उसे डराया और धमकाना शुरू किया. इतना ही नहीं आरोपियों ने इस दौरान फिरौती भी मांगने की कोशिश की. हालांकि इस अपरहरण को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने पूरी प्लानिंग पहले से की थी.
दोस्त को चाहिए प्लॉट
आरोपी इमरान कुंजड़ा ने पीड़ित को पहले कॉल किया और कहा कि मैं अपने पहचान वाले व्यक्ति को तुम्हारे पास भेज रहा हूं. उसे प्लॉट खरीदना है. इसके बाद एक अन्य व्यक्ति का कॉल डीलर के पास गया उसने कहा कि इमरान ने उसे प्लॉट के सिलसिले में उसके पास भेजा है. डीलर उन्हें कई जगहों पर ले गया और प्लॉट दिखाना शुरू किया. आरोपी उसे एसबी नगर और मेलड़ी माता के पास प्लॉट जमीन दिखाने ले गए.
जानकारी के अनुसार इसी जगह पर आरोपी और उसे साथी गाड़ी में बैठकर डीलर का इंतजार कर रहे थे. जिसके बाद उन्होंने उसे अपनी कार में बैठाया मोबाइल छीना और जान से मारने की धमकी दी. आरोपियों ने पीड़ित पर दबाव डाला कि किसी से भी पैसों का जुगाड़ कर और फिरौती की रकम उन्हें लाकर दे. अगर वे ऐसा नहीं करता है तो आरोपी उसे मारकर जंगल में उसे और उसके साथियों को फेंक देंगे. वहीं पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पहले से कई अपराध दर्ज
पुलिस ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ पहले से ही वैध वसूली, मारपीट, हत्या का प्रयास और लूट व अवैध हथियार रखने जैसे कई मुकदमे दर्ज हैं. वहीं जिस समय उन्हें गिरफ्तार कर लाया जा रहा था. उस दौरान आरोपियों ने बहाना बनाया और कुछ समय के लिए नीचे उतरे. उन्होंने अंधेरे में भागने का प्रयास किया. जिसके कारण उनके पैर में चोट लगी.